आजमगढ़। जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत चार नवंबर से घर-घर मतदाता सर्वे शुरू होगा। इसके लिए जनपद के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 3869 बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) की तैनाती की गई है। वर्ष 2003 के बाद यह पहला विशेष गहन पुनरीक्षण होगा, जिसमें मतदाताओं के विवरण को अद्यतन किया जाएगा।
बीएलओ प्रत्येक घर जाकर मतदाताओं से फार्म भरवाएंगे, जिसमें पहचान पत्र की छायाप्रति और हस्ताक्षर आवश्यक होंगे। सत्यापन के बाद वरिष्ठ अधिकारी की मुहर लगेगी। इस सर्वे में मतदाता सूची से नाम संशोधित या हटाए भी जा सकते हैं।
जनपद के 10 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 37 लाख 14 हजार 258 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें 19.57 लाख पुरुष, 17.57 लाख महिला और 63 थर्ड जेंडर शामिल हैं। लालगंज विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 4.12 लाख मतदाता, जबकि निजामाबाद में सबसे कम 3.34 लाख मतदाता हैं।जिले में 2291 मतदान केंद्र और 3869 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया है कि किसी भी मतदेय स्थल पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होने चाहिए।
बुधवार को अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) राहुल विश्वकर्मा ने सभी राजनीतिक दलों व उप जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की।
कार्यक्रम अनुसार:
3 नवंबर तक: तैयारी, प्रशिक्षण एवं प्रपत्रों का मुद्रण
4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक: घर-घर सर्वे व फार्म वितरण
9 दिसंबर 2025: आलेख्य मतदाता सूची का प्रकाशन
9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक: दावे एवं आपत्तियाँ
31 जनवरी 2026 तक: निस्तारण व सत्यापन
7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी।
बीएलओ तीन बार घर आएंगे और मतदाताओं को ईएल फार्म देंगे, जिसकी एक प्रति बीएलओ रखेंगे और एक मतदाता के पास रहेगी। मान्य दस्तावेजों में पासपोर्ट, आधार, जन्म प्रमाण पत्र, पेंशन आदेश, बोर्ड प्रमाणपत्र, जाति/निवास प्रमाणपत्र, एलआईसी/बैंक/सरकारी पहचान पत्र आदि शामिल किए गए हैं।
अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) राहुल विश्वकर्मा का कहना है कि विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सभी निर्वाचन अधिकारियों और बीएलओ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। लक्ष्य मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाना है।
