वाराणसी। कोतवाली थाना अन्तर्गत गायघाट इलाके में किराए के मकान में रहने वाले अमित शर्मा (40) ने मंगलवार को मां काली के पूजन के दौरान धारदार चाकू से अपना गला रेत लिया। घटना के वक्त किचन में खाना बना रही पत्नी की नजर जब उसे पर पड़ी तो हुआ चीखने लगी। आस-पास के लोगों की मदद से अमित को मंडलीय चिकित्सालय पहुंचाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हादसे से अमित की पत्नी और उसके 10 वर्ष के बच्चे को गहरा सदमा पहुंचा है। वहीं घटना को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं हो रही है। इधर, इंस्पेक्टर कोतवाली राजीव सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन परिजन अमित के शव को लेकर कहीं अन्यत्र को चले गए थे।
इंस्पेक्टर कोतवाली ने बताया कि शाम 5:00 बजे तक पुलिस अमित की लाश और उसके परिजनों की तलाश की जा रही थी। गायघाट पत्थरगली में सूरज प्रसाद मेहरा का मकान है। जिसमें अमित शर्मा अपनी पत्नी जुली और 10 वर्ष के बेटे समीर के साथ किराए पर रहता है। सूरज प्रसाद ने बताया कि दोपहर में अमित घर के आगन में पूजा कर रहा था। पत्नी जुली खाना बना रही थी। इस दौरान अमित जोर- जोर से चिल्लाने लगा और मां काली दर्शन दो कहने लगा। जबतक लोग अमित के पास पहुंचते तबतक उसने अपना गर्दन चाकू से रेत लिया। पत्नी जुली, मकान मालिक सूरज समेत आस- पास के लोग अमित को लेकर मंडलीय अस्पताल पहुंचे। जहां पर जांच के उपरांत डाक्टरों ने अमित को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद सभी लोग अमित का शव लेकर मंडलीय अस्पताल से निकल गए।
पूजा पाठ में ख़ासा विश्वास रखता था अमित
अमित के द्वारा खुद से अपना गला रेत कर आत्महत्या करने के मामले पर फिलहाल पुलिस कुछ भी नहीं बता पा रही है। वहीं सूरज प्रसाद मेहरा और आसपास के लोगों का कहना है कि अमित पूजा पाठ में बहुत विश्वास रखता था। वह काशी विश्वनाथ मंदिर में लोगों को दर्शन पूजन कराने के साथ ही खुद भी नियमित पूजा पाठ करता था। रोज की भांति मंगलवार को भी अमित घर के आंगन में पूजा कर रहा था। इस दौरान अचानक वह चिल्लाने लगा और अपनी गर्दन चाकू से रेत कर आंगन में ही तड़पने लगा।