रिपोर्ट:एसपी त्रिपाठी

आज़मगढ़। विगत दिनों काेर्ट के आदेश पर प्रशासन की टीम ने लाल डिग्गी बंधे पर बाढ़ खंड की जमीनों पर बसे लोगों के आशियानों को ढ़हाया गया था। आशियाना गिरने के बाद लोग इसके मलबे को नहीं हटा रहे थे। मंगलवार को एक बार फिर बाढ़ खंड और नगरपालिका की टीम मौके पर पहुंची और पूर्व में ढ़हाए गए आशियाने के मलबे को हटाया। वहीं इस संबंध में कोई जिम्मेदार अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

पहले तो प्रशासन जल्दी अतिक्रमण को हटाता नहीं है। लेकिन, अब उसके द्वारा अतिक्रमण को हटाने के बाद मलबे को हटाने की भी कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन की यह कार्रवाई एक बड़ा सवाल खड़ा करती है क्योंकि कोई भी अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। यह मामला मंगलवार को लाल डिग्गी क्षेत्र में देखने को मिला। जहां लगभग दो माह पूर्व कोर्ट के आदेश पर प्रशासन और बाढ़खंड के अधिकारी मौके पर पहुंचे और कुछ आशियानों को ढ़हाया गया।

इसके बाद से ढहाया गया मलबा उसी तरह से पड़ा रहा है। जिसे अतिक्रमण कारियों द्वारा हटाया नहीं जा रहा था। मंगलवार को एक बार फिर प्रशासन और बाढ़खंड की टीम मौके पर पहुंची और मलबे को हटवाया। इस संबंध में मौके पर मौजूद बाढ़खंड के अधिकारी से जब मीडिया कर्मियों ने इस कार्रवाई के बारे में पूछा तो वह इस बारे में कुछ भी बोलने से बचते रहे। वहीं बाढ़खंड के अधिशासी अभियंता अरूण सचदेव ने कहा कि कोई जानकारी चाहिए कल आफिस आइए तभी कुछ बता सकेंगे।

मोबाइल पर हम कुछ नहीं बता सकते। वहीं जिन लोगों का अतिक्रमण हटाया गया उनका आरोप है कि उनके आवासों के पीछे किसी व्यक्ति की जमीन है उसको लाभ पहुंचाने के लिए यह कार्रवाई की गई है।