रिपोर्ट: दीपक चौरसिया/अरुण यादव
आज़मगढ़। गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में आयोजित समारोह में जनपद की आशा कार्यकर्ता सुभावती देवी को सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं को जन समुदाय तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया जा रहा है। सुभावती ने वर्ष 2006 से अब तक संस्थागत प्रसव, टीकाकरण व अन्य सरकारी योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सगड़ी तहसील के भितेहरा गांव की रहने वाली सुभावती देवी वर्ष 2006 में आशा बहू की ट्रेनिंग कर चयनित हुई थी। जनपद के महराजगंज ब्लाक में तैनात आशा सुभावती ने अपने कार्य को अंजाम तक पहुंचाते हुए जिले मान बढ़ाया है। स्वास्थ्य विभाग आशा बहू सुभावती को दिल्ली भेज दिया है। जहाँ आशा बहू सुभावती को कल यानी 26 जनवरी को पीएम मोदी सम्मानित करेंगे।
आशा बहुओं द्वारा प्रत्येक महीने में क्षेत्र में किए गए कार्यों का अवलोकन और ग्रेटिंग का कार्य स्वास्थ्य विभाग करता है। प्रत्येक माह की रिपोर्ट में महराजगंज ब्लाक में तैनात आशा बहू सुभावती का कार्य उत्तम पाया गया। लगभग 18 वर्षों में एक हजार से ज्यादा डिलवरी कराने का भी काम सुभावती देवी के नाम है।
सुभावती देवी के 24 घंटे अपने काम मे लगी रहती है। यही नहीं सबसे बड़ी खासियत यह है कि काम मे जरा सी भी गड़बड़ी पर सीएम से लेकर डॉक्टरों को भी नहीं बख्शती।
आशा बहू सुभावती देवी ने जिला महिला अस्पताल में व्यप्त दुर्व्यवस्था को लेकर सीएम योगी का तब विरोध किया था जब वह जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण करने आये थे। यही नहीं जिला महिला अस्पताल में सुभावती ने कई बार अवैध वसूली, सही से इलाज न करने पर जमकर हंगामा और विरोध प्रदर्शन भी कर चुकी है।
पीएम के हाथों सम्मानित होने दिल्ली पंहुची सुभावती देवी काफी खुश है। वो कहती है कि
पीएम के हाथों सम्मान पाने के बारे में कभी सोचा नहीं था। विभाग ने जो काम दिया उसे ईमानदारी से पूरा किया। मैं इतनी खुश हूं कि उसे बयां नहीं कर सकती।
सुभवती देवी के पति बालकुमार यादव कहते है कि पीएम के हाथों सम्मान पाने के बारे में मेरी पत्नी, मैं या जनपद के लोग सोचे भी नहीं थे। लेकिन मेरी पत्नी को जब विभाग ने फोन पर जानकारी दी तो वह ही नहीं जानकारी के बाद पूरे परिवार में खुशी का माहौल हो गया। वे कहते है कि उनकी पत्नी कभी भी अपने काम से समझौता नहीं करती थी।