आज़मगढ़। धोबी समाज ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आज़मगढ़ जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है। गाडगे यूथ ब्रिगेड की ओर से दिए गए इस ज्ञापन में चार प्रमुख मांगें रखी गई हैं।

राज्य की तीसरी सबसे बड़ी अनुसूचित जाति के रूप में धोबी समाज ने सरकार और प्रशासन की उदासीनता पर नाराजगी व्यक्त की है। प्रदेश उपाध्यक्ष गाडगे यूथ ब्रिगेड  अखिलेश कुमार कन्नौजिया ने बताया कि हमारे समाज की पहली मांग है कि 23 फरवरी को मनाई जाने वाली संत गाडगे महाराज जयंती पर सरकारी अवकाश घोषित किया जाए।
वाराणसी में डिप्टी जेलर मीना कनौजिया के साथ जेलर उमेश सिंह द्वारा किए गए जातिगत दुर्व्यवहार पर कार्रवाई की मांग भी की गई है।

बदायूं में एक अन्य मुद्दा संत गाडगे की प्रतिमा स्थापना का है। नगर पालिका और कमिश्नर की मंजूरी के बावजूद प्रशासन ने बिना कारण बताए इसे रोक दिया है। समाज ने इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच की मांग की है।
साथ ही, कौशांबी के काजू गांव में संगीता और उनके बेटे सर्वजीत की हत्या के मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई, दोषियों को फांसी और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग की गई है।

गाडगे यूथ ब्रिगेड के प्रदेश उपाध्यक्ष ने सीएम से  तत्काल हस्तक्षेप की अपील करते हुए कहा कि धोबी समाज एक श्रमजीवी और शांतिप्रिय समुदाय है, जो देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है।

प्रदेश उपाध्यक्ष, अखिलेश कुमार कन्नौजिया