आजमगढ़। संविधान दिवस के अवसर पर आजमगढ़ के दीवानी न्यायालय अभिभाषक संघ के प्रांगण में अधिवक्ता परिषद काशी (आजमगढ़) द्वारा दो सप्ताह तक चलने वाली पखवारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन संघ के महामंत्री पीयूष राय और नीरज द्विवेदी ने किया, जबकि अध्यक्षता विनोद कुमार सिंह ने संभाली।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति पी०के० गिरी (उच्च न्यायालय, इलाहाबाद) द्वारा माँ सरस्वती एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर किया गया।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति गिरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि संविधान कैसे तैयार हुआ, इसके माध्यम से हमें समानता का अधिकार कैसे मिला, और संविधान से हमें क्या महत्वपूर्ण सीख मिली। उन्होंने कहा कि संविधान ही प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार प्रदान करता है और आजमगढ़ उनके लिए विशेष है क्योंकि उन्होंने यहीं से अपनी वकालत की शुरुआत की।
इस अवसर पर अधिवक्ता परिषद काशी प्रान्त के उपाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह, सिविल कोर्ट बार के अध्यक्ष व मंत्री वीरेन्द्र यादव, नीरज द्विवेदी, अधिवक्ता परिषद के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, उपाध्यक्ष दिवाकर सिंह, पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम मालवीय सहित अन्य सदस्य और पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत एवं अभिनन्दन किया।
कार्यक्रम में न्यायाधीश मुकेश कुमार सिंह (एमएसीटी) सहित अनेक अधिवक्ता भी मौजूद रहे और उन्होंने संविधान दिवस की महत्ता पर अपने विचार साझा किए।
