आज़मगढ़। सोशल मीडिया पर एक निर्माणाधीन मकान को दर्जनों की संख्या एकत्रित लोगों द्वारा तोड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में एक निर्माणाधीन मकान जिसकी शटरिंग आदि हुई दिख रही है। उसे तोड़ते हुए दर्जनों की संख्या में लोग दिखाई पड़ रहे हैं। इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने प्रधान पति समेत सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। मामला अहरौला थाने के धनेज पांडेय गांव का बताया जा रहा है।

पड़ताल में दो समुदायों के बीच का मामला निकल कर सामने आया है। पुलिस ने एक पक्ष की तहरीर पर 31 अक्तूबर को अहरौला पुलिस ने गांव के प्रधान पति सहित सात नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। यहां दो वर्गों के बीच मामला चल रहा है। एक वर्ग के सलीम द्वारा अपने मकान का निर्माण कराया जा रहा है। वही दूसरे वर्ग का आरोप है की मकान को घूर गड्ढे में और सरकारी जमीन पर बनाया जा रहा है। जिसे लेकर महीनों से दोनों वर्ग आमने-सामने हैं। अभी एक वर्ग के द्वारा 2 दिन पहले डीएम के यहां पहुंचकर शिकायत की गई थी कि मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पीड़ित सलीम द्वारा बताया गया है कि हमारे द्वारा मकान का निर्माण कराया जा रहा है। एसडीएम के आदेश पर पैमाइश हो चुकी है। जन सूचना अधिकार के तहत जन सूचना भी हमने मांगी थी जिसमें हमारा निर्माणाधीन मकान घूर गड्ढे से दूर है। 29 अक्टूबर को एसडीएम द्वारा गठित टीम के पैमाइश के बाद छत डाला जा रहा था कि दर्जनों लोग के द्वारा तोड़फोड़ की गई है। पुलिस के द्वारा सलीम पुत्र अजीज की तहरीर पर 31 अक्तूबर को गंभीर धाराओं में प्रधान पति समेत सात लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष मनीष पाल का कहना है एक वर्ग सलीम पुत्र अजीज की तहरीर व उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर गांव के प्रधान पति सहित सात नामजद पर मुकदमा दर्ज किया गया है