आजमगढ़। जिले में चल रहे विशेष गहन प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) में  सत्यापन की रफ्तार बढ़ने के साथ मृत, दोहरे, विलुप्त और बाहर जा बसे मतदाताओं की संख्या लगातार बढ़ती दिख रही है। अब तक मिले आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि बड़ी संख्या में  मतदाता सूची में लोगों के  नाम बिना अद्यतन के कई वर्षों से दर्ज हैं।

मिली जानकारी के अनुसार जिले में चार नवंबर से विशेष गहन प्रगाढ़ पुनरीक्षण का कार्य जारी है, जिसमें अब तक 66 हजार 208 ऐसे मतदाता मिले हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनके नाम सूची से नहीं काटे गए थे।

इसी दौरान 1 लाख 23 हजार 900 मतदाता ऐसे पाए गए जो अन्य जनपदों या प्रदेशों में बसने के कारण यहां अनुपस्थित हैं।
पुनरीक्षण में 21 हजार 869 मतदाता दो या दो से अधिक स्थानों की मतदाता सूचियों में दर्ज मिले हैं।
जांच में अब तक 3 लाख 80 हजार 69 मतदाता पूरी तरह विलुप्त श्रेणी में पाए गए हैं, जिनका कोई अता-पता नहीं चल रहा है।
इसके अलावा 3 हजार 21 नाम संदिग्ध के रूप में सामने आए हैं, जिनके सत्यापन के लिए अलग से रिपोर्ट तैयार की गई है। अभी करीब 28 प्रतिशत फार्मो को अपलोड किए जाने का काम बाकी है।

जिले के दस विधानसभा क्षेत्रों में इस बड़े अभियान को तेजी से पूरा कराने के लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। घर-घर सत्यापन, गणना प्रपत्र भरवाने और डिजिटाइजेशन के लिए 3864 बीएलओ तैनात किए गए हैं। साथ ही उनके सहयोग के लिए 392 गणना सहायक भी लगाए गए हैं, जो प्रतिदिन फील्ड रिपोर्टिंग कर रहे हैं।
पुनरीक्षण का दायरा बढ़ने के साथ सिस्टम में मौजूद त्रुटियां साफ-साफ उजागर हो रही हैं, जिन्हें दूर करने की प्रक्रिया लगातार जारी है।