वाराणसी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि दूध पीना हो तो दुधारू गाय का चयन करें, ठूंठ का नहीं। उन्होंने कहा कि इस समय केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है। इसलिए भाजपा प्रत्याशी को ही जिताएं।
ओमप्रकाश राजभर मझवां विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में पहाड़ी ब्लॉक के शिवगढ़ पड़री स्थित रामसिंह गहरवार महाविद्यालय परिसर में बुधवार को शोषित, वंचित जागरूकता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार गरीबों, शोषितों, पिछड़ों के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। शहरी इलाकों को छोड़कर 15 लाख परिवारों को शौचालय, आवास, बिजली की सुविधा देने के लिए सर्वे कराया जा रहा है।
बेरोजगारों को उद्योग के लिए ब्याजमुक्त पांच लाख रुपये दिए जा रहे हैं। सोलर पैनल दिए जा रहे हैं। गांवों में ही पंचायत सहायकों की तैनाती की गई है। जहां से परिवार रजिस्टर, आय, जाति, निवास, पेंशन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सपा पिछड़ों की हिमायती बनती है, जबकि सपा शासन काल में पिछड़ों की छात्रवृति के लिए मात्र 500 करोड़ रुपये दिए गए थे। केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश योगी आदित्यनाथ सरकार ने पहल करने पर 2600 करोड़ रुपये छात्रवृत्ति, बच्चों की पढ़ाई के साथ ही यूनिफार्म आदि के लिए दिए।
उन्होंने कहा कि अन्य सरकारों ने पिछड़ों को लूटा और मुसलमानों को धोखा दिया और कहते हैं कि इ सरकार का करत हौ…। उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश हो या पंजाब, हर जगह पिछड़ों की राजनीति कर रहे हैं। कहा कि वीपी सिंह जो बीज बोकर गए हैं, अब वह उगने लगा है। इसलिए पहाड़ों से निकल कर आगे बढ़ें और अपने हक का लाभ उठाएं। यह उपचुनाव है, इससे न सरकार बनेगी और न बिगड़ेगी। आप को दूध की जरूरत है तो दुधारू गाय चाहिए न कि ठूंठ।
उन्होंने कहा कि यदि विकास चाहते हैं तो सत्ता पक्ष के प्रत्याशी को जिताएं। यदि कहीं से विपक्ष के प्रत्याशी जीतते हैं तो कुछ नहीं कर पाएंगे। बाद में कहेंगे मेरी सरकार नहीं है।
पत्रकारों से बात करते हुए सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उपचुनाव सत्तापक्ष का होता है। उन्होंने कहा कि मतदान की तिथि बदलने से अखिलेश यादव को दिक्कत है, लेकिन 2022, 2019 व 2014 या अभी 2024 में कौन सी तारीख बदली थी और क्या हुआ। बंटेंगे तो कटेंगे… संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह तो ब्रह्माजी का नारा है।
उन्होंने कहा कि संघे शक्ति कलियुगे, हम भी तो एकता की ही बात कर रहे हैं। सपा की सरकार में 815 दंगे हुए। इसमें 1300 जन हानि हुई। बसपा में 600 दंगे हुए और 1200 जन हानि हुई। कांग्रेस सरकार में तो सब रिकॉर्ड ही टूट गए। यही वह कह रहे हैं कि एक रहोगे तो बचे रहोगे। भाजपा के शासनकाल में अभी तक कोई दंगा नहीं हुआ। महाकुंभ में मुस्लिम समुदाय के लोगों को दुकान नहीं लगाने देना चाहिए संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बात साधु-संत कह रहे हैं। हम तो सबका साथ-सबका विकास चाहते हैं।