आजमगढ़। शहर के सिधारी थाना क्षेत्र के चकबिलंदा गांव की एक महिला की तहरीर पर शहर के नरौली क्षेत्र में स्थित निजी अस्पताल के डॉक्टर और एक स्टाफ के खिलाफ बच्चे का ऑपरेशन न करने, अभद्रता, जाति सूचक शब्दो का प्रयोग और मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है।

मिली जानकारी के अनुसार चकबिलंदा गांव निवासी खुशबू देवी ने सिधारी थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि उनके चार वर्षीय पुत्र शिवम का हाथ कटने के बाद 26 नवंबर की दोपहर करीब दो बजे शहर के एक  अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि बच्चे का ऑपरेशन रात में किया जाएगा, लेकिन आरोप है कि तय समय बीतने के बाद भी ऑपरेशन नहीं हुआ, जिससे शिवम पूरी रात तेज दर्द से तड़पता रहा।

परिजनों का कहना है कि कई बार पूछने पर भी डॉक्टर सिर्फ आश्वासन देते रहे। जब परिजनों ने बच्चे को दूसरे अस्पताल ले जाने और छुट्टी करने की बात कही, तो डॉक्टर नाराज हो गए।

पीड़िता की तहरीर के मुताबिक,  नाराज डॉक्टर ने स्टाफ से कहा कि ‘ इनको इतना मारो कि यहां से जाने लायक न रहें।’ आरोप है कि इस पर अस्पताल स्टाफ ने खुशबू देवी, उनकी बेटी रूपकला, जेठ पंकज और पति बृजेश को मारपीट कर घायल कर दिया। किसी तरह परिजन जान बचाकर अस्पताल से बाहर निकले और सिधारी थाने पहुंचकर तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में  मुकदमा दर्ज किया है।

थाना प्रभारी आरके सिंह ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर अस्पताल के चिकित्सक डाॅ. अमित और एक अज्ञात स्टाफ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।