रिपोर्ट: अरूण यादव
आजमगढ़। दहेज उत्पीड़न के मुकदमे अग्रीम जमानत मिलने के बाद भाजपा नेता बृजेश दुबे ने अपने आवास पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया और कहा कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। उन्होने कहा कि एक व्यक्ति द्वारा मुझपर और मेरे परिवार पर झूठे आरोप लगाते हुए दहेज उत्पीड़न का मुकदमा शहर कोतवाली में दर्ज कराया गया था जो पूरी तरह से गलत था। इस मामले में कोर्ट ने मेरा पक्ष सुना और साक्ष्य के आधार पर मुझे, मेरी पत्नी और मेरे बेटे को जमानत मिली।
प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा नेता बृजेश दुबे ने बताया कि मूल रूप से निजामाबाद थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव निवासी दिनेश तिवारी ने शहर कोतवाली में दहेज उत्पीड़न का मुकदमा पंजीकृत कराया था। भाजपा नेता ने बताया कि लड़की के घर एक पुजारी पूजा करते थे वह हमारे यहां भी पूजा करते थे। उन्हीं के द्वारा शादी तय कराई गई थी। शादी तय होने के बाद लड़की के पिता ने उनसे घर बनवाने के नाम पर एक बार पांच लाख, दूसरी बार तीन लाख व तीसरी बार दो लाख रुपये उधार लिए थे। उन्होने कुल मिलाकर 15 लाख नकद व दस लाख रूपये कीमत के गहने को हड़पने की नियत से इतना बड़ा षडयंत्र रचे और मुझे व मेरे परिवार को बदनाम करने के लिए मुकदमा पंजीकृत कराया। भाजपा नेता ने बताया कि लड़की के पिता के द्वारा मुझे केवल 21 हजार रुपये शगुन के नाम पर गोद भराई में दिए गए थे। भाजपा नेता ने कहा कि उनका आरोप था कि अपने पुत्र को डाक्टर बताकर शादी तय किए थे वो आरोप भी उनके द्वारा गलत लगाया गया था। भाजपा नेता ने बताया कि फार्मेसी की डिग्री लेने के बाद नाम के आगे डाक्टर लिखा जा सकता है। मैने पल्हनी में ट्रेनिंग की बात कही थी नौकरी करने की बात नहीं। उन्होंने कहा कि जब मेरे द्वारा दिए गए रूपये मांगे गए तो उन्होंने मेरे खाते में रूपये भेजे जिसे वह दहेज का रूपया बता रहे हैं।
भाजपा नेता बृजेश दुबे ने कहा कि लड़की पक्ष के लोगों ने जिस प्रकार से उनका मानसिक, शारिरिक और सामाजिक हत्या करने वालों के खिलाफ वे न्यायालय का दरवाजा खड़खटाएगें।