रिपोर्ट: अरुण यादव
आजमगढ़। जिले के तहबरपुर थाना क्षेत्र में आज़ाद समाज पार्टी युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष प्रवीण उर्फ सूरज की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में परिजनों और समर्थकों ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा ।
तहबरपुर थाना क्षेत्र के खुटौली गांव निवासी प्रवीण उर्फ सूरज की मौत कंधरापुर थाना क्षेत्र में एक पिकअप गाड़ी की टक्कर से हुई थी। लेकिन मृतक के परिजनों और पार्टी नेताओं का कहना है कि यह हादसा नहीं, बल्कि हत्या का मामला है। सूरज के भाई संजय कुमार गौतम ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सूरज की हत्या एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकती है।
परिजनों के अनुसार, सूरज का गांव के एक व्यक्ति से दस दिन पहले विवाद हुआ था, जिसके बाद उन्होंने तहबरपुर थाने में तहरीर दी थी। आरोप है कि पुलिस ने जबरन समझौता करवा दिया और इस मामले को दबाने की कोशिश की। इसके बावजूद, सूरज और उसके परिवार को विपक्षी पक्ष से धमकियां मिल रही थीं। अब परिजनों का आरोप है कि सूरज की मौत को उसी विवाद से जोड़कर हत्या की आशंका जता रहे हैं।