लखनऊ। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन प्रदेश के 260 स्कूलों में शनिवार से शुरू होगा। हाईस्कूल एवं इंटर में पंजीकृत क्रमशरू 2947311 व 2577997 कुल 5525308 परीक्षार्थियों की तीन करोड़ से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन हर हाल में 31 मार्च तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में उम्मीद है कि यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट भी अप्रैल 2024 में ही घोषित किए जाने की तैयारी है।
हाईस्कूल की 1.76 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 94,802 एवं इंटर की 1.25 करोड़ कापियों के मूल्यांकन के लिए 52,295 कुल 1,47,097 परीक्षकों की नियुक्ति की गई है। यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने शुक्रवार को गूगलमीट के माध्यम से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से मूल्यांकन के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की एवं निर्देशित किया कि मूल्यांकन कार्य पूरी सजगता एवं तत्परता से किया जाए।
बोर्ड मुख्यालय एवं क्षेत्रीय कार्यालयों के कमांड एंड कन्ट्रोल रूम से भी मूल्यांकन की निगरानी की जाएगी। सभी मूल्यांकन केन्द्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं पुलिस की व्यवस्था रहेगी। विगत वर्षों के पारिश्रमिक देयकों के भुगतान के लिए धनराशि आवंटित कर दी गई है।
ऐसे समझें यूपी बोर्ड की मार्किंग स्कीमरू
यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटर परीक्षा का मूल्यांकन स्टेप मार्किंग प्रक्रिया के अनुसार किया जाएगा। उदाहरण के लिए यदि किसी प्रश्न को सही हल करने पर क्रमशः 1$1$1=3 अंक निर्धारित है और परीक्षार्थियों ने यदि इनमें से प्रथम दो अंश सही लिखा तथा एक अंश गलत लिखा है तो उसे 2 = 1 $ 1 अंक प्रदान किए जाएंगे न कि तीसरा अंश गलत लिखने पर उसे इस प्रश्न में शून्य अंक दे दिया जाए। हल सही होने परन्तु मात्रक (यूनिट) न लिखने या अशुद्ध लिखने पर आंशिक अंक काटे जाएं। गणित के प्रश्न का हल सही है और उत्तर गलत है तो छात्र को शून्य अंक नहीं दिया जाएगा। साथ ही स्वच्छ एवं सुन्दर हस्तलेख पर एक अंक प्रदान किया जाएगा किन्तु यह ध्यान रखा जाएगा कि परीक्षार्थी का कुल प्राप्तांक, प्रश्नपत्र के पूर्णांक से अधिक न होने पाए।
ता दें कि यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 22 फरवरी 2024 से 9 मार्च 2023 तक आयोजित की गई थीं। इन परीक्षाओं में इस साल करीब 58 लाख छात्र-छात्राओं ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था जिसमें करीब 54 लाख छात्रों ने बोर्ड परीक्षाओं में भाग लिया है।