
आजमगढ़ । भारतीय जनता पार्टी एक देश एक चुनाव के संबन्ध में बेलइसा स्थित विद्यालय के सभागार में सदर विधानसभा का समागम सम्पन्न हुआ। जिला पदाधिकारी मंडल पदाधिकारी व कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 121वें मन की बात कार्यक्रम को सुना।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह कार्यक्रम संयोजक पवन सिंह मुन्ना व सह संयोजक विनय प्रकाश गुप्ता मौजूद रहे।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह ने कहा कि ह आजादी के बाद 1967 तक हमारे देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होते थे और पांच वर्षों तक कोई चुनाव नहीं होने से चुनी हुई सरकार को पांच वर्ष विकास के काम करने का अवसर मिलता था। लेकिन 1967 के बाद सरकारों के समय से पूर्व गिरने और राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने से यह क्रम टूट गया और आज परिस्थितियां ऐसी बन गई है कि प्रति वर्ष किसी न किसी राज्य में चुनाव होता रहता हैं। जिसके कारण आचार संहिता लगने से विकास कार्य बाधित हो जाते हैं। लोकसभा और विधानसभा का चुनाव अलग-अलग होने से हजारों करोड़ रुपए खर्च होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में इस एक राष्ट्र एक चुनाव का संकल्प लिया था जिसके संबंध में कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैं । एक राष्ट्र एक चुनाव के सम्बन्ध में देश भर में चर्चा चल रही है उसी क्रम में आज हम सभी यहा उपस्थित हैं । लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एकसाथ होने से जनता के टैक्स का पैसा बचेगा जिससे जनहित के दूसरे विकास कार्यों लगाया जा सकेगा। एक राष्ट्र एक चुनाव की चर्चा हम सभी को जनता के बीच जाकर करनी होगी और उसके फायदे बताने होंगे। विकसित भारत बनने के लिए यह भी आवश्यक है की पांच साल में एक बार चुनाव हो और फिर पांच वर्ष लगातार सिर्फ विकास के का निर्बाध रूप से हो।
इस अवसर पर अखिलेश मीश्रा गुड्डू, घनश्याम पटेल,जयनाथ सिंह, , डा श्याम नारायण सिंह, सचिदानंद सिंह, हरिवंश मिश्रा, पवन सिंह मुन्ना यशवंत सिंह, आर पी राय, हवलदार सिंह , विनय प्रकाश गुप्ता, पंकज सिंह कौशिक,अशोक सोनकर, मनीष सिंह दिवाकर सिंह, राकेश सिंह प्रमोद चौहान, मृगांक शेखर सिन्हा, विवेक निषाद, प्रवीण सिंह, मिथिलेश चौरसिया, संतोष चौहान, अवनीश चतुर्वेदी, मुन्सी निषाद, अभिषेक गुप्ता गोलू, नीरज सिंह ,रमेश सैनी, अभिनव श्रीवास्तव, योगेन्द्र यादव पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।