नई दिल्ली। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार पीओके को भारत में वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध। आपको बता दें कि विदेश मंत्री दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में छात्रों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे मोदी सरकार ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया, जबकि लोगों ने बिल्कुल अलग-अलग धारणाएं बना रखी थीं।
उन्होंने कहा, “लोगों ने बस यही मान लिया था कि 370 को बदला नहीं जा सकता और यह ऐसी चीज है जिसे हमें स्वीकार करना होगा। अब एक बार जब हम इसे बदल देते हैं, तो पूरी जमीनी स्थिति बदल जाती है।”उन्होंने कहा, “पीओके के संबंध में मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि संसद में एक प्रस्ताव है और देश की हर राजनीतिक पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पीओके, जो भारत का हिस्सा है, भारत को वापस मिल जाए।” उन्होंने आगे कहा, “मैं एक बात जरूर कहना चाहता हूं कि 10 साल पहले या यहां तक कि 5 साल पहले भी लोग हमसे यह नहीं पूछते थे। जयशंकर ने कहा जब हमने 370 को खत्म कर दिया तो अब लोग समझते हैं कि पीओके भी महत्वपूर्ण है।”
आपको बता दें कि इससे पहले रविवार को विदेश मंत्री ने घोषणा की थी कि पीओके कभी भी भारत से बाहर नहीं होगा। ओडिशा में एक कार्यक्रम में एक सवाल का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा था, “पीओके कभी भी इस देश से बाहर नहीं रहा है। यह इस देश का हिस्सा है। संसद का एक प्रस्ताव है कि पीओके पूरी तरह से भारत का हिस्सा है।”
वहीं, जयशंकर ने डीयू के हंसराज कॉलेज में एक कार्यक्रम में “विकसित भारत 2047-युवाओं की आवाज” विषय पर बोलते हुए कहा कि दुनिया भारत पर करीब से नजर रख रही है क्योंकि यह अतीत की बेड़ियों से बाहर निकल रहा है और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है। विदेश मंत्री ने कहा, “फिलहाल, हम चार ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से थोड़ा कम हैं। जल्द ही हम पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचते हुए तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। जब तक हम अमृत काल तक पहुंचेंगे, मुझे विश्वास है कि भारत 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश होगा।” मंत्री ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में प्रभावशाली वृद्धि की है और इसे दुनिया के नेताओं ने स्वीकार किया है।