
रिपोर्ट: अरुण यादव
आज़मगढ़। जिले के अहरौला थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक संगठित अपराधी गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो जाली दस्तावेजों के जरिए नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर रहा था। इस गिरोह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई शुरू की गई है। इसके तहत दंपती समेत छह लोगों पर कार्रवाई की गई है।
अहरौला थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बताया कि इस गिरोह का सरगना अहरौला थाना क्षेत्र के आतापट्टी भीमलपट्टी गांव निवासी शशिकांत पांडेय उर्फ सोनू है। शशिकांत पांडेय के गिरोह में उसकी पत्नी मंजू, गहजी गांव निवासी दिनेश कुमार पांडेय, अमन पांडेय, विकास पांडेय, कंधरापुर थाना क्षेत्र के देवखरी विजौरा कॉलोनी निवासी मानधाता पांडेय शामिल है। इसके दिनेश कुमार पांडेय वर्तमान समय में लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र के मकान नंबर 34, फुसूपुरवा में रहता है। उन्होंने बताया कि यह गिरोह कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उन्हें असली के रूप में पेश करता था और नौकरी दिलाने का लालच देकर लोगों से मोटी रकम ऐंठता था। इसकी गतिविधियों ने जिले में लोक व्यवस्था को प्रभावित किया और भय के कारण लोग शिकायत दर्ज करने से डरते थे। उन्होंने बताया कि अहरौला थाने में इस गिरोह के खिलाफ 15 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने 16 फरवरी 2025 को गैंगचार्ट तैयार कर पुलिस अधीक्षक और जिला मजिस्ट्रेट, आजमगढ़ को भेजा था। 15 अप्रैल 2025 को दोनों अधिकारियों की संयुक्त बैठक में इसे स्वीकृत किया गया। इसके आधार पर गिरोह के सभी छह सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई।