रिपोर्ट:अरुण यादव

आज़मगढ़। जिले के मुबारकपुर में अवैध रूप से संचालित सायरा मेमोरियल हॉस्पिटल को सोमवार की देर शाम सील कर दिया गया। एसडीएम सदर सुनील कुमार धनवंता के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई की। इस दौरान मुबारकपुर पुलिस के साथ ही नगर पालिका मुबारकपुर की भी टीम भी थी।
एक माह पूर्व जांच के दौरान सीएमओ ने इस अस्पताल पर कार्रवाई की थी। इसके बाद फिर से इसका संचालन शुरू हो गया। सोमवार को जैसे ही एसडीएम सदर के नेतृत्व में टीम वहां पहुंची अफरातफरी मच गई। बिना रजिस्ट्रेशन के ही रेजिडेंशियल बिल्डिंग में अस्पताल बनाकर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही थी। एलोपैथिक पद्धति से मरीजों का इलाज किया जा रहा था। आईसीयू कक्ष से लेकर ऑपरेशन की सुविधा चल रही थी। लेप्रोस्कोपी पद्धति से इलाज का बैनर लगा था। जबकि यूनानी डॉक्टर का सर्टिफिकेट लगा था। इस दौरान एसडीएम सदर ने नगर पालिका के जेई को भी बिल्डिंग के संबंध में निर्देश दिए। मानक की अनुरूप इसके न बनने पर जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया। मौके पर मौजूद अस्पताल के व्यक्ति से एसडीएम ने जब पूछताछ शुरू की तब जानकारी देने में हीलाहवाली की गई। सीसीटीवी कैमरे की जानकारी नहीं दी जा रही थी। बताया जा रहा था कि मरीज नहीं हैं। क्योंकि यहां पर जो डॉक्टर के नाम लिखे हैं, वह नहीं हैं। जबकि मौके पर टीम को दवा लिखी पर्ची मिली। कई मशीन चालू हालत में दिखाई दी। कुल मिलाकर स्थिति को छुपाने का प्रयास किया जा रहा था। एसडीएम के सख्त रूप अपनाने पर अस्पताल से जुड़े व्यक्ति ने धीरे धीरे राज खोला। यहां तक कि अपनी पुत्री के मेडिकल पीजी की बात कही। लेकिन एसडीएम सदर ने कहा कि वह जब कॉलेज में पढ़ती है तब यहां उसके द्वारा इलाज कैसे संभव है। अगर वह यहां पर इलाज करती है तो कॉलेज से पता लगवाया जाएगा कि वह पढ़ती है कि नहीं। एसडीएम सदर ने कहा कि अस्पताल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके साथ ही एसडीएम ने अस्पताल को सील कर दिया।