वाराणसी। प्रदेश में पुलिस वालों की सरेआम पिटाई की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। पिछले दिनों एक ही दिन बरेली, रायबरेली, मेरठ और संभल चार जिलों में पुलिस वालों की आम लोगों ने पिटाई की थी। अब शनिवार को वाराणसी में एक दारोगा को पहले थप्पड़ मारा गया, फिर बाल खींचकर पीटा गया। इस दौरान कई अन्य दारोगा और पुलिस वाले भी मौजूद थे। तत्काल अन्य दारोगाओं ने पीटे गए दारोगा को घेर लिया। इससे लोगों के आक्रोश का शिकार होने से वह बाल-बाल बच गया। अचानक हुई पिटाई से दारोगा भी बुरी तरह तिलमिला गया। वह भी पिटाई करने वालों को पीटने के मूड में था लेकिन साथी पुलिस वालों ने उसे ऐसा करने से रोक लिया। घटना जिला अस्पताल पर घटी है। घटना के बाद मौके पर हंगामा शुरू हो गया। सूचना पर एसीपी कैंट विदुष सक्सेना पहुंचे और जांच कर कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। दरोगा की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
बताया जाता है कि दहेज हत्या के आरोप में जंसा के गोसाईपुर (बेसहुपुर) निवासी 34 वर्षीय मुकुल जायसवाल जिला जेल में 14 जुलाई 2020 से बंद था। जेल प्रशासन के अनुसार शनिवार सुबह करीब 10.30 बजे फूल तोड़ते समय उसके सीने में तेज दर्द हुआ, उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। सूचना पर लालपुर-पांडेयपुर थाने की पुलिस पहुंची। शव अस्पताल परिसर स्थित मर्चरी में रखवा दी।
उधर, जेल प्रशासन की सूचना पर पिता श्यामसुंदर, भाई अतुल जायसवाल समेत अन्य लोग अस्पताल पहुंचे। शाम करीब 4 बजे तक पोस्टमार्टम के लिए शव न भेजे जाने पर परिजन नाराजगी जताने लगे। शव भी नहीं दिखाये जाने पर परिजन किसी और कारणों से मौत की आशंका जताने लगे। शव दिखाने को लेकर हंगामा करने लगे।
आरोप है कि इसी दौरान पहड़िया चौकी प्रभारी आशुतोष त्रिपाठी ने अतुल जायसवाल को थप्पड़ मार दिया। इस पर लोग हंगामा करने लगे। लोग थप्पड़ मारने का विरोध करने लगे। इसके बाद भी दारोगा तेवर दिखाते हुए शोर मचा रहे लोगों के बीच घुस गया। इसी बीच थप्पड़ खाने वाले अतुल ने मौका पाया और दरोगा को जोरदार थप्पड़ मार दिया। अतुल के थप्पड़ मारते ही पीछे से अन्य परिजनों ने दारोगा का बाल पकड़कर खींचा और पिटाई कर दी।
अचानक हुई घटना से अन्य पुलिसकर्मी सकते में रह गए और तत्काल दारोगा को छुड़ाकर किनारे ले गए। पिटाई से तिलमिलाया दारोगा साथियों से कब्जा छुड़ाकर दोबारा पिटाई के मूड में था लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। इसका वीडियो भी कई लोगों ने बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल क दिया। सूचना पर एसीपी कैंट पुलिस बल के साथ पहुंचे। परिजनों को शांत कराया। शव पोस्टमार्टम के लिए जल्द भेजने की बात कही।