लखनऊ। मंत्री ओपी राजभर के डायमंड अपार्टमेंट पुराना किला सदर स्थित फ्लैट से लाखों की चोरी हो गई। दो सितंबर की घटना की रिपोर्ट हुसैनगंज कोतवाली में मंगलवार को दर्ज की गई। यह भी तब हुआ जब मंत्री के बेटे अरविंद राजभर के चालक को चोरी के माल के साथ अंबेडकर नगर से पकड़ा गया। इस पूरे मामले में लखनऊ और अंबेडकर नगर की पुलिस कुछ भी बोलने से कतरा रही हैं।

मूलरूप से बलिया निवासी संजय राजभर की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। संजय का कहना है कि वह 10 वर्षों से अरविंद राजभर के यहां चालक की नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने मेदांता अस्पताल में मुंह के कैंसर का ऑपरेशन कराया था। छुट्टी के बाद वह पत्नी संग मंत्री के फ्लैट पर वापस आ गए थे और इलाज करवा रहे थे।

संजय के मुताबिक दो सितंबर को सुबह नौ बजे मंत्री के यहां काम करने वाला एक अन्य चालक अंबेडकर नगर में जगदीशपुर के ग्राम मोहिउद्दीनपुर निवासी रामजीत राजभर डायमंड अपार्टमेंट आया था। आरोप है कि रामजीत ने पूछा था कि वह फ्लैट में कब तक रुकेगा। संजय ने बताया था कि वह इलाज के लिए जा रहे हैं और शाम तक आ आएंगे। रात में 09:56 बजे रामजीत ने फोन कर फ्लैट की चाबी के बारे में पूछा था। संजय का कहना है कि जब वह फ्लैट पर लौटे तो सारा सामान बिखरा था।

संजय का कहना है कि कमरे से उनके बैग में रखे 2.75 लाख रुपये, पत्नी की सोने की चेन, दो अंगूठी गायब थी। पीड़ित ने रामजीत को फोन मिलाया तो उसका नंबर बंद मिला। पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी। तहरीर भी दी गई थी, लेकिन तब रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। पीड़ित ने रामजीत के साथी धानीगांव, महाराजगंज निवासी गोरख साहनी से संपर्क किया तो उसने रकम और जेवर दिलाने का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में उसने भी फोन बंद कर लिया। पीड़ित की तहरीर पर अब रामजीत और गोरख के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। गोरख खाना बनाने का काम करता है

सोशल मीडिया पर मंत्री ओपी राजभर के घर से करोड़ों की नकदी चोरी की खबर मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद मंत्री के बेटे अरविंद राजभर ने वीडियो बयान जारी कर इसका खंडन किया। कहा कि, उनके एक चालक संजय राजभर के जेवर व नकदी चोरी हुई है। उधर, लखनऊ पुलिस की सूचना पर टांडा कोतवाली पुलिस ने आरोपी रामजीत को उसके घर से मंगलवार को हिरासत में ले लिया। लखनऊ पुलिस अंबेडकर नगर के लिए रवाना हो गई है। रामजीत की पत्नी गीता ने कहा कि मंत्री ओमप्रकाश की कार से सुबह कुछ लोग आए। इसके बाद रामजीत को पीटने लगे। आरोप है कि उनके साथ पुलिस भी थी।