लखनऊ। बिना अवकाश लिए लंबे समय से गायब चल रहे शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई न करने वाले प्रधानाध्यापक, खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) और बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) भी नपेंगे। मानव संपदा पोर्टल से अवकाश के लिए ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था पिछले चार वर्षों से लागू है, फिर भी तमाम शिक्षक व कर्मी बिना अवकाश लिए ही लंबे समय तक गायब रहते हैं और वेतन भुगतान रोकने पर कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं।

ऐसे में परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में अवकाश पर अब सख्ती की जाएगी। गुरुवार को बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल की ओर से सभी जिलों के बीएसए को पत्र जारी कर दिशा-निर्देश दिए गए कि सिर्फ आनलाइन माध्यम से ही अवकाश के लिए आवेदन किए जाएं और उन्हें स्वीकार किया जाए।

लंबे समय से बिना अवकाश लिए ड्यूटी से गायब शिक्षक अगर कार्यभार ग्रहण करने विद्यालय आते हैं तो मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) के माध्यम से प्रकरण बेसिक शिक्षा निदेशालय को भेजा जाएगा और फिर उस पर यहां निर्णय लिया जाएगा। इसी तरह अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में प्रबंधक, प्रधानाचार्य के साथ ही बीईओ व बीएसए की जवाबदेही तय की गई है।

हर महीने स्कूलों में नौ व 10 तारीख को मनेगा अपार दिवस

सभी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की अब ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) तैयार करने के लिए अब हर महीने की नौ व 10 तारीख को अपार दिवस मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत इस महीने की नौ व 10 तारीख को विद्यालयों में यह दिवस मनाकर की जाएगी।

यह दिवस मनाया जाएगा। छात्रों की शैक्षिक उपलब्धि को इसी अपार आइडी के माध्यम से आनलाइन देखा जा सकेगा। 12 अंकों की अपार आइडी बनाने में अभी काफी सुस्ती बरती जा रही है। ऐसे में अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि बेहतर ढंग से अभियान चलाकर इसे बनाया जाए।उत्तर प्रदेश में कुल 259765 स्कूलों में से मात्र 29118 विद्यालयों ने ही यह कार्य शुरू किया है। यानी कुल 11 प्रतिशत विद्यालयों ने ही इसे बनाने का कार्य शुरू किया है। वहीं कुल 35469017 विद्यार्थियों में से मात्र 1444369 छात्रों की ही अपार आइडी बनी है। यानी केवल चार प्रतिशत छात्रों की ही अपार आइडी बन सकी है। ऐसे में अब अभियान चलाकर इसे बनाया जाएगा।