अयोध्या। प्रयागराज से लौटे श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ अयोध्या पहुंच रही है। पिछले दो दिनों में 25 लाख से अधिक श्रद्धालु रामनगरी पहुंचे तो सारी व्यवस्थाएं चरमरा गईं। सोमवार को भीड़ में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन को अयोध्याधाम के रास्ते बंद करने पड़े।
गणतंत्र दिवस पर प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक 15 लाख और सोमवार को को 10 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या आ चुके हैं। रामनगरी में रामपथ पर श्रद्धालुओं का हुजूम दिख रहा है। रामपथ से जुड़ी गलियाें में भी श्रद्धालुओं का रेला नजर आ रहा है। वहीं सोमवार को मेला क्षेत्र में एक महिला और पुरुष अचानक गश खाकर गिर पड़े। पुलिस तत्काल श्रद्धालुओं को लेकर श्रीराम अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मौत का कारण भीड़ में दबाव के चलते हार्ट अटैक से बताया जा रहा है। महिला की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी विमला (60) के रूप में हुई है, जबकि पुरुष की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
श्रीराम अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी वाईपी सिंह ने बताया कि महिला व पुरुष की मौत अस्पताल लाने से पहले ही हो चुकी थी। पुरुष अज्ञात था, महिला की पहचान उसके साथ में आए लोगों के जरिये हुई है। बताया कि अयोध्या में इतनी भीड़ है कि पैरामेडिकल स्टॉफ भी ऑफिस नहीं पहुंच पा रहा है। भीड़ में एंबुलेंस भी नहीं चल पा रही है। भीड़ में बीमार हुए दो श्रद्धालुओं को एंबुलेंस से अस्पताल लाने के लिए 500 मीटर की दूरी तय करने में 45 मिनट लग गए। वहीं पुलिस ने भीड़ के दबाव से मौत होने का पुलिस ने खंडन किया है। एसएसपी राजकरण नय्यर की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अयोध्या में दो श्रद्धालुओं की मौत भीड़ के दबाव के चलते नहीं हुई है। महिला श्रद्धालु की मौत ह्रदय गति रुकने से हुई है।
दर्शन-पूजन में लग रहे चार-पांच घंटे
रामनगरी में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ने से स्थानीय लोगों की भी परेशानी बढ़ गई है। भीड़ के चलते रामपथ जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। भीड़ का सबसे ज्यादा दबाव हनुमानगढ़ी व रामलला के दरबार में है। सरयू में डुबकी लगाने के बाद राम मंदिर व हनुमानगढ़ी पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन करने में चार से पांच घंटे लग रहे हैं। हनुमानगढ़ी में डेढ़ किमी लंबी लाइन लगी हुई है। हनुमानगढ़ी में मुख्य प्रवेश द्वार से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिए जा रहा है जबकि निकासी वीआईपी दर्शन मार्ग से की जा रही है।
भीड़ नियंत्रण के लिए सीमा सुरक्षा बल के जवान तैनात
प्रयागराज महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए आला अधिकारियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। कमिश्नर गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम चंद्र विजय सिंह, एसएसपी राजकरण नय्यर मेला क्षेत्र में जुटे हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए सीमा सुरक्षा बल के जवानों को भी लगा दिया गया है। आईजी ने कहा कि राम मंदिर और हनुमानगढ़ी पर सुचारू रूप से दर्शन-पूजन चल रहा है। भीड़ नियंत्रण के लिए डायवर्जन किया गया। जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने कहा कि मौनी अमावस्या पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या आने की है संभावना है, उसको लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट तैनाती की जाएगी।
जगह-जगह फंसी रही एंबुलेंस
हर तरफ लगे जाम में जगह-जगह एंबुलेंस भी घंटों फंसी रही। सबसे ज्यादा दिक्कत नाका हाईवे व अंडरपास से लेकर देवकाली ओवरब्रिज तक देखने को मिली। सोमवार की दोपहर 02:30 बजे एक एएलएस एंबुलेंस जिला अस्पताल की ओर जाने के लिए घंटों जूझती रही। पुलिसकर्मियों ने कड़ी मशक्कत करके किसी तरह एंबुलेंस रवाना कराया।
किसी भी तरफ से शहर में घुसना मुमकिन नहीं
जाम से हालत इतनी खराब हुई कि शहर के सीमा में प्रवेश करना मुश्किल हो गया। हाईवे व रामपथ के बाहर के इलाकों में रहने वाले लोग जरूरी काम के लिए भी शहर में आसानी से नहीं घुस पाए। घंटों संघर्ष के बाद भी सफलता न मिलने पर बहुत से लोग वापस लौट गए। इसका असर शहर में भी देखने को मिला। सामान्य दिनों में शहर के व्यस्ततम इलाके चौक से गुजरने के लिए जहां लोगों को सोचना पड़ता था, वहीं सोमवार को सन्नाटा पसरा मिला। चौक से रिकाबगंज व फतेहगंज तक वाहन फर्राटा भरते नजर आए।
पार्किंग व्यवस्था ध्वस्त, सड़कों की पटरियों पर वाहन
बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के वाहन पहुंचने से पुलिस व प्रशासन की पार्किंग व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई। रामपथ पर बेनीगंज तिराहे तक वाहनों की कतार दिखी। इस वजह से भी लोगों को जाम का सामना करना पड़ा। ऐसा ही नजारा उदया ओवरब्रिज उतरने पर दोनों तरफ नजर आया। ओवरब्रिज से चूड़ामणि चौराहे व महोबरा हाईवे तक दोनों पटरियों पर वाहनों की कतार दिखी।