लखनऊ। दुबग्गा में बच्ची की हत्या सोनू पंडित ने पत्नी जुगनू के साथ मिलकर की थी। इस बात का राजफाश बुधवार को आरोपी जुगनू ने किया। उसने बताया कि सोनू तंत्र-मंत्र करता था। 

23 जनवरी को सब्जी लेने के बहाने बच्ची को घर में बुलाया, फिर चाय पिलाकर बेसुध किया और पूजा की। बलि देने के दौरान सिर में चोट लगने से बच्ची की मौत हो गई थी। इसके बाद टोकरी में बच्ची का शव रखकर साइकिल से ठिकाने लगा दिया था। 

डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि बच्ची का शव बरामद होने के बाद सोनू ने फंदे से लटककर जान दे दी थी। वहीं, जुगनू को जेल भेज दिया गया है। 

गेंदे के तीन फूल और नौ लौंग से की पूजा

डीसीपी ने बताया कि जुगनू ने पूछताछ में बताया कि बच्ची के बेसुध होने पर उसे जमीन पर लिटाया और सोनू ने गेंदे के तीन फूल और नौ लौंग रखकर पूजा की। इसके बाद उसका गला दबाया। उसके चीखने पर मुंह भी दबा दिया। 

ऐसे में बच्ची ने अपना सिर फर्श पर पटक दिया, जिससे खून निकलने लगा। इसके बाद खून को लाल टीशर्ट से पोछ कर सोनू ने टी-शर्ट बच्ची को पहना दी। वहीं उसके हाथ-पांव बांध कर पॉलीथिन में भर दिया। 

कांच के बॉक्स में भरकर फेंका शव

इसी बीच पुलिस और परिजनों ने खोजबीन शुरू कर दी। इसके चलते सोनू ने जो कॉस्मेटिक सामान रखने के लिए साइकिल पर एक कांच का बॉक्स बनवा रखा था, उसी में बच्ची को लिटाकर शव सैरपुर स्थित नाले में सुबह सात बजे फेंकने गया था। यही नहीं, कांच में शव न दिखे, इसके लिए आसपास कॉस्मेटिक का सामान लगा दिया था और ऊपर लाल कपड़ा डाल दिया था। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में वह कैद हो गया था।

गले में मिले माला से हुआ था शक

इंस्पेक्टर दुबग्गा अभिनव कुमार ने बताया कि आठ दिन बाद शव पन्नी में लपेटा नाले में मिला था। उसके ऊपर माला और लाल कपड़ा था। उसी से तंत्र-मंत्र का शक हुआ था। सोनू से पूछताछ में उस पर शक गहरा गया था। 

वहीं, उसकी पत्नी जुगनू पुलिस पूछताछ में बहकी-बहकी बात कर रही थी। उसने बताया कि पति को तांत्रिक बाबा की मदद से जिन्न मिल गया था, जो हमारे साथ हमेशा रहता था। उनके साथ बात करता था। उसी को खुश करने के लिए यह सब किया था।