रिपोर्ट:अरुण यादव
आज़मगढ़। आजमगढ़ मंडल की राष्ट्रीय कमेटी की बैठक में पहुंचे पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर विपक्ष पर ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि वह चाहते है कि विपक्ष के लोग और परेशान हो।
आज़मगढ़ के अतरौलिया स्थित निरीक्षण भवन में बुधवार को प्रदेश सरकार के मंत्री व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्रीय कमेटी की बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बैठक में सभी राष्ट्रीय नेताओं को एक-एक मंडल की जिम्मेदारी दी गई है जिसमें आजमगढ़ मंडल की जिम्मेदारी मुझे दी गई है । यहां के संगठन को मजबूत करने के लिए यहां बार-बार आकर संगठन को जो बूथ स्तर से लेकर ब्लॉक, विधानसभा, जिला, मंडल और प्रदेश से यहां नेता बनाना है। हमारा टारगेट है कि हर विधानसभा से यहां ग्राम सभा से लेकर बूथ कमेटी, सेक्टर कमेटी, सब मिलाकर एक विधानसभा में कम से कम 5000 नेता बनाने का लक्ष्य है उसी में हम लगे हुए हैं। नेताओं को यहां बुलाकर उन्हें समझाया जा रहा है। नजदीक निरीक्षण भवन होने के नाते यहां पर चार-पांच विधानसभा के लोग एकत्रित हो जाते हैं। हमारा दूसरा सेंटर सदर बनने जा रहा है जिसमें लालगंज, मेंहनगर, सगड़ी समेत दसों विधानसभा के केंद्र बनाने की जिम्मेदारी हमको मिली है।
एक सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा विपक्ष के लोग जो परेशान है हम चाहते हैं कि और परेशान हो जाएं। पार्टी बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सपा के लोग नौ बार पलटी मारे तो कोई नहीं कहा, कांग्रेस के लोग 10 बार पलटी मारे, बसपा 11 बार पलटी मारी उसको कोई नहीं कहता, हमने तो दो बार ही पलटी मारी है। विधानसभा में प्रत्याशी उतारने के सवाल पर कहा कि अतरौलिया विधानसभा से कोई प्रत्याशी उतारने की मंशा नहीं है। हमको आजमगढ़ मिला है इसलिए यहां पर काम कर रहे हैं।
अमित शाह के आंबेडकर वाले बयान पर कहां की विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है और हमेशा कांग्रेस पार्टी यहां तक की कांग्रेस ने बाबा साहब आंबेडकर को भारत रत्न देने में भी भागती रही,उन्हें नहीं दिया और यही कांग्रेस पार्टी आंबेडकर जी को चुनाव दो बार हरवाया। जबकि बाबा साहब पिछडे, दलित, अल्पसंख्यक की बात करते थे जब उनके अधिकार की बात आई तो कांग्रेस पार्टी नहीं मानी तो उन्होंने रिजाइन दे दिया। समाजवादी पार्टी प्रमोशन में आरक्षण खत्म कर लाखों लोगों को बर्बाद कर दिया। बाबा साहब के नाम पर जो गरीबो की योजनाएं बनी थी उसे समाजवादी पार्टी ने ही समाप्त कर दिया।