
रिपोर्ट: अरुण यादव
आज़मगढ़। बुधवार को शहर के एक निजी हास्पिटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में सोशल मिडीया के माध्यम से महिला शिक्षक संघ में उत्पन्न विवाद में दूसरे पक्ष ने जिलाध्यक्ष शिखा मौर्या द्वारा प्रेस के माध्यम से जो भी आरोप लगाये गये थे, उसे मण्डल अध्यक्ष प्रज्ञा राय ने सिरे से नकार दिया । इस दौरान मण्डल अध्यक्ष प्रज्ञा राय ने इस बात पर जोर दिया कि स्वंय के द्वारा अपने सहयोगी एवं जिलाध्यक्ष शिखा मौर्या व उनके परिवार के उपर एक शब्द भी गलत बयानवाजी और कोई जातिगत टिप्पणी नही गयी ।यह सही है कि सोशल मिडीया पर कामन मित्रों द्वारा पहलगाम की घटना को लेकर उत्पन्न माहौल में राष्ट्रीय पक्ष एवं सैन्य सुरक्षा तथा सरकार के प्रति भरपूर समर्थन दिखाया गया एवं दुसरी तरफ से सरकार की आलोचना एवं सैनिको के मनोबल को तोड़ने के कार्य की आलोचना की गयी। विवाद का मुख्य बिन्दु यही से आरम्भ हुआ । इसी बीच शिखा मौर्या की छोटी बहन स्वपनील मौर्य उर्फ सपना, भाई अरुण मौर्य एवं भाभी कंचनलता मौर्य द्वारा शिवम झा से मेसेन्जर में की गयी बातचीत को स्क्रीनशाट के माध्यम से अपनी फेसबुक आईडी पर मेरे व्यक्गित निजी तस्वीरों के साथ अश्लील और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए पोस्ट शेयर की गई,जिसमें मेरा चरित्र हनन किया गया एवं मेरे परिवार को बदनाम किया गया।फर्जी मुकदमा दर्ज करा फॅसाने की बात की गयी ।
शिखा मौर्य के भाई अरुण मौर्य के द्वारा तीन मई दिन शनिवार को सुबह फेसबुक मेसेन्जर में आकर जान से मारने की धमकी व एसिड अटैक करवाने तथा अन्य प्रकार की भद्दी गालियाँ देने का कुकृत्य किया गया। जिससे मै आहत हो गयी, और कानूनी प्रक्रिया के अन्तर्गत शनिवार को प्राथमिकी दर्ज कराकर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जाँच तथा दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की। जैसे ही एफआईआर की जानकारी शिखा मौर्य व उनके परिवार को मिली इन लोगो ने अपनी फेसबुक आईडी से सारे विवादित कन्टेट डिलीट कर दिया ।जहाँ तक उनके द्वारा यह आरोप लगाया गया कि मै जातिगत मानसिकता से कार्य करती हूँ। इसे मैं सिरे से नकारती हॅू। साथ ही बताती चलू कि जनपद कुशीनगर में प्रथम नियुक्ति के दौरान मैने अपने
विद्यालय में सबसे अछूत एवं दुर्बल अशिक्षित मुसहर बस्ती के परिवारों के बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से कार्य किया है। 250 से अधिक मुसहर बस्ती के बच्चों का प्रवेश विद्यालय में कराकर उन्हे शिक्षित करने का कार्य किया । विद्यालय का स्तर जनपद कुशीनगर में प्रथम स्थान पर ला दिया । इस बात की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर कमलों द्वारा मुझे सम्मानित किया
गया।इसी के साथ यह अवगत कराना है कि शिक्षक दायित्व निवर्हन करने के साथ अपराजिता सेवा संस्थान के माध्यम से रक्तदान शिविर कराकर सैकड़ो लोगो को जीवनदान दिलाने में भूमिका निभायी है। आजमगढ़ जनपद में टापर बच्चों को प्रोत्साहित करने का कार्य किया । पर्यावरण के क्षेत्र में हजारों पेड़ पोधै
लगाकर अपनी मानवीय भूमिका को स्थापित किया है। ग्रामीण महिलाओं के स्वालम्बन, सशक्तिकरण के क्रम में लगातार काम कर रही हूँ। इन सभी कार्यो को लेकर कई संगठनों एवं सरकारी कार्यक्रमों में प्रशस्ति पत्र
देकर मुझे सम्मानित भी किया गया है।उन्होंने कहा कि उन्होंने ख़ुद शिखा की मदद की है,उनसे मेरा कोई द्वेष नहीं है ।कोई मतभेद नहीं है ।वह मेरी मित्र हैं ।जो लोग मेरा सम्मान करते हैं उन्होंने कमेंट किया ।