रिपोर्ट:एसपी त्रिपाठी/अरुण यादव

आजमगढ़। जिले की पुलिस ने साइबर क्राइम के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 190 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय संगठित गैंग का पर्दाफाश किया है। इस मामले में कुल 169 बैंक खातों में लगभग 2 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 13.40 लाख रुपये नगद, 51 मोबाइल फोन, 6 लैपटॉप, 61 एटीएम कार्ड, 56 बैंक पासबुक, 19 सिम कार्ड, 7 चेकबुक, 3 आधार कार्ड, और 1 जियो फाइबर राउटर भी बरामद किए हैं।
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देशन में चलाए गए विशेष अभियान के तहत, 25 नवंबर को थाना साइबर क्राइम की पुलिस टीम ने रेड्डी अन्ना, लोटस और महादेव जैसे प्रतिबंधित ऑनलाइन एप के जरिए ठगी करने वाले इस गैंग का पर्दाफाश किया। गैंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, मेटा और टेलीग्राम पर विज्ञापन देकर लोगों को फंसाता था।

गिरफ्तार अभियुक्तों में राम सिंह पुत्र स्व0 तेज प्रताप सिंह सा0 सिसवा बाजार (दक्षिण टोला) थाना कोठी भार जिला महाराजगंज उत्तर प्रदेश, संदीप यादव पुत्र सुरेन्द्र यादव सा0 जयरामपुर पोस्ट नारायणपुर थाना अदलाहट जिला मिर्जापुर उत्तर प्रदेश,विशालदीप पुत्र आर्थोदीप सा0 लान्थी पोस्ट केगाँव थाना केगाँव जिला- कलान्डी उड़ीसा, अजय कुमार पाल पुत्र जगदीश पाल सा0 लोहिजरा पोस्ट लोहिजरा थाना- सिघवलिया, जिला गोपालगंज बिहार, आकाश यादव पुत्र हंसराज यादव सा0 कोडरे थाना चंदवक जौनपुर , अस्थायी पता – 159/244 बघवा नाला हुकुलगंज पांडेयपुर थाना पांडेयपुर (लालगंज) वाराणसी,पंकज कुमार पुषांय पुत्र सुख राम पुषांय निवासी धवई बभनी पो0 सुकरी थाना बर्गी जिला जबलपुर मध्य प्रदेश , प्रदीप क्षात्रिया पुत्र सीताराम क्षत्रिया निवासी भाली बहार पो0 पतरापाली थाना बंगो गुण्डा जिला बलांगिर उडीसा, विकास यादव पुत्र सुरेन्द्र यादव निवासी जयरामपुर पो0 नरायणपुर थाना अदलाहट ला मिर्जापुर आनन्दी कुमार यादव पुत्र अजीत यादव निवासी बरागुनिया, पो0 कटोरिया थाना कटोरिया जिला – बॉका बिहार, मिर्जा उमर बेग उर्फ उमर मिर्जा पुत्र मिर्जा राशिद बेग नि0ग्राम अब्डीहा इब्राहिमपुर बीनापारा थाना सरायमीर जनपद आजमगढ़ औऱ अमित गुप्ता पुत्र राजेन्द्र गुप्ता नि0 सिसवा बाज़ार थाना कोठीभार जिला महराजगंज उ0प्र0 शामिल है।

    एसपी हेमराज मीना ने बताया कि गैंग पीड़ितों को पैसे दोगुने या तिगुने करने का लालच देकर उनकी लॉगिन आईडी बनाता और ऑनलाइन गेम्स के जरिए उनके खातों से पैसे निकालकर फर्जी खातों में ट्रांसफर करता था। पीड़ितों की आईडी ब्लॉक कर दी जाती थी। इस संगठित गैंग में भारत के अलावा श्रीलंका और यूएई के सदस्य भी शामिल थे। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में उत्तर प्रदेश से 6, बिहार से 2, उड़ीसा से 2 और मध्य प्रदेश का एक अभियुक्त शामिल है। इन अभियुक्तों के खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों में 70 साइबर ठगी के मामले दर्ज हैं। इनकी गिरफ्तारी 25 नवंबर को नगर कोतवाली के रैदोपुर क्षेत्र में स्मार्ट मॉल के सामने स्थित एक मकान से की गई। थाना साइबर क्राइम प्रभारी और उनकी टीम ने मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर 11 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।


    एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे आजमगढ़ में दो यूनिट चला रहे थे, जिनमें कुल 13 सदस्य सक्रिय रूप से कार्यरत थे। ये लोग सरकार द्वारा प्रतिबंधित एप का उपयोग कर ठगी करते थे। व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पीड़ितों से संपर्क किया जाता था। गैंग द्वारा अर्जित धनराशि को फर्जी खातों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साझेदारों के साथ बांटा जाता था।