रिपोर्ट:एसपी त्रिपाठी
आजमगढ़। दुर्वासा मेले से एक निर्दोष कार्यकर्ता को उठाकर रात भर अहरौला थाने में बैठाने से आक्रोशित भाजपाइयों ने शनिवार को थाने का घेराव कर दिया। भाजपाइयों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि कार्यकर्ता को छोड़ने के लिए 20 हजार रुपये की मांग की जा रही है। इस विरोध प्रदर्शन में अहरौला, माहुल व पवई सहित अन्य क्षेत्रों के दर्जनों पदाधिकारी शामिल रहे।
भाजपा के पदाधिकारी दर्जनों की संख्या में शनिवार को अहरौला थाने पर पहुंचे। इस दौरान अहरौला थानाध्यक्ष और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से जमकर कहासुनी हुई। भाजपाइयों ने बताया कि शुक्रवार की शाम दुर्वासा मेले में क्षेत्र के गजड़ी गांव में एक व्यक्ति द्वारा साइकिल स्टैंड पर्ची पर लिखा मूल्य से दोगुना पैसा वसूला जा रहा था। दोगुना पैसा न देने पर लोगों से हाथा पाई भी कर रहा था। जिसकी शिकायत भाजपा कार्यकर्ता शीतला निषाद के वहां मौजूद होमगार्ड से की गई। होमगार्डों ने इसकी जानकारी थाने के दो कांस्टेबल को दी। आरोप है कि बिना किसी कारण दोनों कांस्टेबल द्वारा शीतल निषाद को मारपीट कर उनके पास मौजूद रुपये भी छीन लिए और बिना किसी शिकायत व तहरीर के शीतल निषाद को लाकर थाने में बैठा दिया। शीतला निषाद का आरोप था कि पहले भी पुलिस के लोगों ने मारा। थाने पर भी लाकर जबरदस्ती मोबाइल व बाइक चोरी की बात कबूल करने के लिए कहा। कार्यकर्ता और पदाधिकारी का आरोप है कि छोड़ने की एवज में थानाध्यक्ष ने अपने एक फॉलोवर के द्वारा 20 हजार रुपये मांगे। किसी तरह पैसे की व्यवस्था की तो फालोवर के माध्यम से फिर संदेश आया कि पैसा लेने के बाद भी 151 की कार्यवाई होगी। जिसे लेकर भाजपाइयों ने पैसा देने से इंकार कर दिया।
भाजपाइयों का गुस्सा देख थानाध्यक्ष अहरौला मनीष पाल ने बैठाए गए कार्यकर्ता को छोड़ने को तैयार हुए। इस मामले में शीतला निषाद ने थाने में तहरीर दी। मौके पर भाजपा लालगंज जिला मंत्री दिलीप बघेल, जिला कार्य समिति सदस्य अजय श्रीवास्तव, माहुल मंडल अध्यक्ष विमलेश पांडेय, पवई मंडल अध्यक्ष मनीराम यादव, अहरौला मंडल अध्यक्ष रविंद्र सिंह, पूर्व प्रतिनिधि रहे सुधीर राजभर व उमाशंकर मिश्र बड़ी संख्या में भाजपा के बूथ अध्यक्ष और पदाधिकारी मौजूद थे।