
रिपोर्ट: अरुण यादव
आजमगढ़।जिले के फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के नेवादा शेखवलिया गांव में स्थिति कब्रिस्तान में शव दफनाने को लेकर बुधवार की रात दो पक्ष में विवाद हो गया। सूचना मिलने पर एसडीएम के साथ सीओ फूलपुर फोर्स के साथ पहुंचे। समझा बुझा कर मामले को शांत कराया। इसके बाद शव का दफन हुआ।
फूलपुर कोतवाली के नेवादा शेखवलिया गांव निवासी मुजम्मिल की पत्नी का बुधवार की शाम निधन हो गया था। परिजन गांव के पास स्थित कब्रिस्तान में शव को दफनाने के लिए कब्र खोद रहे थे। इसकी खबर दूसरे पक्ष के लोगो को हुई इस पर काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए और कब्र खोदने से रोक दिया।
कहने लगे कि विवादित भूमि झाड़ी के नाम से राजस्व अभिलेख में दर्ज है। वहीं मुस्लिम पक्ष के नसीम अहमद न बताया कि कब्र खोदने की जगह का 1940 और 1967 में मुंसिफ हवेली का फैसला है कि इस भूमि पर शव को दफन करने से न रोका जाए। दोनो पक्ष में तनाव काफी बढ़ गया। जानकारी मिलते ही एसडीएम फूलपुर संत रंजन, सीओ फूलपुर अनिल वर्मा, कोतवाल सच्चिदानंद फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को शांत कराया। एसडीएम ने दो दिन अंदर दोनों पक्ष के लोग अपना कागजात लेकर तहसील मुख्यालय पर बुलाया। दोनों पक्ष में कई घंटे चले विवाद के बाद देर रात खोदे गए कब्र में शव को दफन किया गया।
एसडीएम संत रंजन ने बताया कि दोनों पक्षों से बातचीत के बाद स्थिति सामान्य हो गई है