बिजनौर। स्कूल से गायब रहकर भी दो शिक्षक उपस्थिति पंजिका पर एक दूसरे की उपस्थिति लगाते रहे। एक ही शिक्षक स्कूल आता और वह अनुपस्थित शिक्षक के नाम के आगे खुद ही उपस्थिति लगा देता। एक शिक्षक ने दूसरे के हस्ताक्षर तक बदल दिए। शिकायत पर हुई जांच में सारा खेल पकड़ा गया। बीएसए ने दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।

ब्लाक आंकू के प्राथमिक विद्यालय फिरोजपुर में अंकित वशिष्ठ और आकाश कुमार सहायक अध्यापक हैं। दोनों पर एक उपस्थिति पंजिका में एक दूसरे के हस्ताक्षर करके स्कूल से गायब रहने और की शिकायत की गई थी। दोनों में से एक ही अध्यापक स्कूल में रहता है और वह गायब होने वाले शिक्षक की उपस्थिति अंकित कर देता। 

बीएसए योगेंद्र कुमार तीन अप्रैल को जांच के लिए स्कूल पहुंचे। उस दिन दोनों सहायक अध्यापक उपस्थित थे। बीएसए ने उपस्थिति पंजिका में मिलान किया तो आकाश कुमार व अंकित वशिष्ठ की काफी समय से उपस्थिति दर्ज थी। 

उपस्थिति पंजिका में मार्च में अंकित कुमार के नाम के आगे पहले अंगेेजी के बड़े अक्षरों में हस्ताक्षर थे, बीच में छोटे अक्षरों में हस्ताक्षर हुए और बाद में फिर से बड़े अक्षरों में हस्ताक्षर थे। इसके संबंध में पूछे जाने पर वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। दोनों द्वारा समय समय पर बिना अवकाश के गायब होने और एक दूसरे के हस्ताक्षर करने की पुष्टि हुई। बीएसए ने उपस्थिति पंजिका में एक दूसरे के फर्जी हस्ताक्षर करने, अनाधिकृत कार्य करने, शिक्षण कार्य व नवीन नामांकन न करने, विभाग की छवि धूमिल करने के आरोप में दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। सहायक अध्यापक आकाश कुमार को कंपोजिट विद्यालय सीकरी बुजुर्ग और अंकित वशिष्ठ को पाडली मांडू से संबद्ध किया है।