आजमगढ़। नवंबर माह के आगाज का तीसरा दिन कोहरा और हल्की ठंड से हुआ। इस वर्ष के सीजन का पहली बार कोहरा पड़ा है, जिससे लोगों व वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, कोहरे के कारण तापमान में गिरावट आई है। रविवार सुबह अच्छी खासी ठंड रही।
प्रतिदिन सुबह साढ़े 6 बजे भगवान सूर्य का दर्शन हो जाता था लेकिन रविवार 10 बजे के बाद भगवान भाष्कर के दर्शन हुए।
नवंबर माह के तीसरे दिन घना कोहरा पड़ने से मौसम में ठंडक आ गई। अचानक ठंड बढ़ने से ज्यादातर लोग फुल स्वेटर और जैकेट पहने नजर आए। कुछ लोगों को अलाव की भी आवश्यकता महसूस हुई। रविवार को कोहरा के कारण लोगों को ठंड का अहसास हुआ। कोहरे की चादर इतनी घनी थी कि भगवान भास्कर के दर्शन करीब 10 बजे ही हो सका।
दरअसल, ठंड व कोहरे का असर शनिवार की रात से दिखाई देने लगा था। रविवार को धीरे-धीरे कोहरा घना होता चला गया और सुबह होते-होते पूरा जिला कोहरे से ढंक गया। धूप नहीं निकलने के कारण लोगों को बिस्तर छोड़ने में दिक्कत का सामना करना पड़ा या लोग बिस्तर से लेट उठे। घना कोहरा होने के कारण दृश्यता बहुत कम थी। लगभग 10 मीटर दूर भी नहीं दिखाई दे रहा था। वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा