आज़मगढ़। जिले के पवई थाने की पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व
करौंजा गांव में मीले अज्ञात शव के मामले का खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दावा किया कि गिरफ्तार पत्नी ने अपने भाई साथ मिलकर डंडे से सर पर प्रहार कर मौत के घाट उतार था।
बीते 25 अप्रैल को सच्चिदानन्द यादव पुत्र स्व0 धनपति यादव निवासी रानीपुर थाना मुबारकपुर आजमगढ ने 23 अप्रैल को करौंजा गांव में मीले अज्ञात शव
शव की शिनाख्त खुद के पुत्र पवन यादव उर्फ मोनू के रुप में किया । 26.04.2024 को वादी मुकदमा सच्चिदानन्द यादव ने थाना स्थानीय पर तहरीर दिया कि वादी के पुत्र मृतक पवन यादव उर्फ मोनू ने करीब 7- 8 वर्ष पूर्व पूजा यादव के साथ प्रेम विवाह किया था और दोनों किराये के मकान में साथ रहते थे। विगत कुछ दिन पहले दोनो के मध्य वाद-विवाद हुआ था और मृतक की पत्नी ने कहा कि मै तुमको ठिकाने लगवा दूंगी। उक्त तहरीर के आधार पर पुलिस ने अंगद यादव पुत्र जयप्रकाश यादव, जयप्रकाश उर्फ राधे पुत्र स्व0 सुमेर यादव और पूजा यादव पुत्री जयप्रकाश समस्त निवासी ग्राम करौजा थाना पवई आजमगढ़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
मंगलवर को थानाध्यक्ष पवई अनिल कुमार सिंह मय हमराह व उ0नि0 चन्द्रशेखर सिंह, मय हमराह द्वारा मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित अभियुक्ता पूजा यादव को करौजा पुलिया से समय गिरफ्तार किया गया। अभियुक्ता की निशानदेही पर उसके घर से घटना में प्रयुक्त 01 डण्डा व घटना के समय अभियुक्ता द्वारा पहने हुये गाउन को बरामद कर कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्ता ने बताया कि उसने मृतक के साथ वर्ष 2019 मे प्रेम विवाह किया था। दोनो का 01 वर्ष का एक लड़का है। इसी बीच मृतक किसी अन्य लड़की से बात करने लगा। इसी विवाद के चलते अभियुक्ता जनवरी मे मायके चली गयी और वही रहने लगी। लगातार मायके रहने के कारण मृतक पवन को अभियुक्ता पर संदेह हुआ कि वह किसी अन्य लड़के से बात करती है।
21 अप्रैल की रात्रि में अभियुक्ता का पति मृतक पवन कुमार यादव ऊर्फ मोनू अभियुक्ता के घर करौजा गया था और उसने अभियुक्ता को फोन से बात करते देखा और फोन छीन कर गाली गलौज देने लगा। अभियुक्ता के भाई ने बीच बचाव कर अभियुक्ता को छुड़ाया तो मृतक अभियुक्ता को छोड़कर उसके भाई को घसीट कर खडन्जे की तरफ ले जाने लगा तब तक पीछे से अभियुक्ता डण्डा लेकर मृतक के सिर पर डण्डे से प्रहार किया जिससे वह लड़खड़ा कर गिर गया तथा अभियुक्ता ने मृतक को दबाये रखा और उसके भाई अंगद ने डण्डे से कई डण्डे उसके सिर व शरीर पर मारा जिससे उसकी मृत्यु हो गयी। मृतक के शव को 01 कुए में फेंक दिया और ऊपर से गेहूँ का डण्ठल फेंक दिया था।