रिपोर्ट: एसपी त्रिपाठी

आजमगढ़ में माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की वर्ष 2025 की बोर्ड परीक्षा के लिए ऑनलाइन 244 परीक्षा केंद्रों की प्रस्तावित सूची जारी की गई है। इस बार उन विद्यालयों को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया जिनपर यूपी टीईटी व डीएलएड की परीक्षा में नकल कराने के मामले में प्रिंसिपल, प्रबंधक व बाबू तक जेल जा चुके हैं। ऐसे में परीक्षा की शुचिता पर सवाल उठने लगे हैं।
नकल पर पूरी तरह पाबंदी लगाने को संकल्पित माध्यमिक शिक्षा विभाग इस पर अंकुश कैसे लगा पाएगा। यह यक्ष प्रश्न शुचिता व पारदर्शिता की चाहत रखने वालों के जेहन में कौंध रहा है। मौजूदा शैक्षणिक सत्र में आजमगढ़ में यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 244 केंद्रों की प्रस्तावित सूची जारी हो चुकी है। यहां हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के करीब एक लाख 68 हजार छात्र-छात्राएं प्रतिभाग करेंगे। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 4000 ज्यादा की संख्या में बोर्ड परीक्षा में छात्र-छात्रा शामिल होंगे। बोर्ड द्वारा जारी 244 परीक्षा केंद्रों की सूची में पांच ऐसे विद्यालय हैं, जिनपर नकल कराने का आरोप लग चुका है। इतना ही नहीं, उनके प्रबंधक, प्रिंसिपल व बाबू के खिलाफ भी कार्रवाई हो चुकी है।
परीक्षा में नकल कराने के मामले में इन विद्यालयों में हरिश्चंद्र इंटरमीडिएट काॅलेज आजमपुर आजमगढ़, महाशिवशक्ति इंटर काॅलेज, खेमउपुर आजमगढ़, माडर्न इंटर काॅलेज भदुली, राजेंद्र स्मारक इंटर काॅलेज सेठवल रानी की सराय व शेख रहमत इंटर काॅलेज रानी की सराय हैं।
बोर्ड परीक्षा के लिए ऑनलाइन 244 परीक्षा केंद्रों की प्रस्तावित सूची जारी कर दी गई है।

वहीं मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक उपेंद्र कुमार ने बताया कि परीक्षा केंद्रों एवं छात्र आवंटन में किसी भी प्रकार की विसंगति अथवा शिकायत हो तो निर्धारित प्रारूप पर अपना प्रत्यावेदन 14 नवंबर तक परिषद की वेबसाइट एवं जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में प्रस्तुत कर दें। कुछ विद्यालय सूची में ऐसे भी शामिल हैं जो परीक्षा के दौरान नकल कराते हुए पकड़े गए थे। उनके खिलाफ पत्र लिखा जाएगा।