लखनऊ। विधानभवन का घेराव करने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प के बाद मृत अवस्था में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल ले जाए गए यूथ कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारी प्रभात पांडेय की मौत के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। गुरुवार देर रात को श्वान दस्ते के साथ पुलिस व फॉरेंसिक की फील्ड यूनिट ने माल एवेन्यू स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के उस कमरे (कक्ष संख्या-30) को सील कर दिया था, जहां प्रभात के बेसुध पड़े होने की बात सामने आई थी।

यह कमरा में भंग चल रहे अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन शाह नवाज आलम के नाम आवंटित है। गुरुवार को पुलिस ने पूछताछ के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सहित 20 लोगों को नोटिस दिया है। कांग्रेस मुख्यालय व सिविल अस्पताल से डीवीआर पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है। इस बीच प्रभात की मौत झड़प के दौरान होने का आरोप लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया।बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय की अगुवाई में विधानसभा का घेराव होना था। प्रदर्शन में शामिल होने के लिए गोरखपुर निवासी प्रभात पांडेय भी पहुंचा था। प्रदर्शन शुरू होने के बाद प्रभात कार्यालय के अंदर गया और कुछ देर बाद उसकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई। किसी ने फोन पर प्रभात के चाचा मनीष कुमार पांडेय को इसकी जानकारी दी तब उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई। गुरुवार को सुबह करीब साढ़े नौ बजे एक बार फिर डीसीपी मध्य रवीना त्यागी के नेतृत्व में एडीसीपी मनीषा सिंह, एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल के साथ पुलिस टीम पूछताछ के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंची।

पुलिस ने कंट्रोल रूम इंचार्ज राकेश के बयान दर्ज किए। सुरक्षा गार्ड सहित मौजूद चार कर्मचारियों से पूछताछ की। घटना के समय के आसपास की सीसीटीवी फुटेज देखी। इस बात की भी जानकारी ली कि प्रदर्शन के वक्त कौन-कौन कार्यालय के अंदर मौजूद था। यह भी देखा जा रहा है कि प्रभात ने मौत के पहले किस किस से बात की और बाद में किन किन का फोन आया। साक्ष्य संकलन के लिए पहुंची फॉरेंसिक की फील्ड यूनिट को कमरे से गद्दे-कुर्सी सहित कई सामान हटाए जाने के संकेत मिले हैं।

प्रभात के चाचा मनीष पांडेय ने बुधवार को ही हुसैनगंज थाने में अज्ञात में हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया था। रिपोर्ट में पूरे घटनाक्रम को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। बुधवार को मनीष पांडेय ने आरोप लगाया था कि प्रभात किसी के फोन आने पर वह धरना-प्रदर्शन में शामिल होने चला गया। शाम को कांग्रेस कार्यालय से फोन आया कि प्रभात बेहोश पड़े हैं। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। समय से इलाज मिल गया होता तो उसकी जान बच गई होती।

डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सहित 20 लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे करीब दो सौ अन्य लोगों से भी पूछताछ होगी।

इनको जारी किया गया नोटिस

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, एनएसयूआइ के महासचिव आरएन मिश्रा, नगर अध्यक्ष (दक्षिणी) शहजाद आलम, कार्यालय के कर्मचारी विकास रावत, प्रभात को अस्पताल पहुंचाने वाले चालक गयास, संदीप मिश्रा, नितांत सिंह नितिन समेत अन्य लोग हैं।