रिपोर्ट: अरुण यादव

आज़ामगढ़ । जिले के देवगांव कोतवाली क्षेत्र के लहुआ कला गांव में 20 अप्रैल से वृद्ध महिला का क्षत-विक्षत कंकाल 13 दिन बाद शुक्रवार शाम को गांव से एक किलोमीटर दूर पोखरे के पास सरपत के झुंड में मिला। सूचना मिलते ही देवगांव पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस घटना की जांच पड़ताल कर रही है।

देवगांव कोतवाली क्षेत्र के लहुआ कला गांव निवासी धनौता देवी पत्नी नरेश 20 अप्रैल को अपने घर से अचानक लापता हो गई थीं। परिजनों ने खोजबीन के बाद उनकी गुमशुदगी की लिखित सूचना थाने में दर्ज कराई थी। शुक्रवार शाम को ग्रामीणों को पोखरे के पास सरपत के झुंड में एक कंकाल दिखाई दिया, जिसके बाद पुलिस और गांव वाले मौके पर जमा हो गए। धनौता के परिजनों ने कंकाल के पास मिले पतीली, थाली, कटोरी, गिलास और टूटी चूड़ी के आधार पर उनकी पहचान की। मृतक के बेटे शिवलाल ने बताया कि उनकी मां जब घर से निकली थीं, तब ये बर्तन उनके साथ थे।
उन्होंने बताया कि मां की दिमागी स्थिति ठीक नहीं थी। देवगांव कोतवाल विमल प्रकाश राय ने बताया कि कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।