मेरठ। अलीगढ़ से बरामद की गईं दोनों छात्राएं खुद ही दिल्ली गई थीं। वहां से अलीगढ़ की बस में सवार होकर अलीगढ़-गोंडा मार्ग पर गांव गोविंदपुर फगोई पहुंच गई थीं। परिवार से बचने के लिए दोनों ने अपहरण का नाटक किया था।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि कक्षा सात की पढ़ाई के दौरान दोनों में दोस्ती हो गई थी। अब दोनों एक साथ रहना चाहती हैं, इसलिए घर से दोनों दिल्ली चली गई थीं। वहां से अलीगढ़ की बस में सवार हो गई थीं। पुलिस ने बयान दर्ज करने के बाद दोनों को परिजनों को सौंप दिया।
यह है मामला
शुक्रवार को अलीगढ़-गोंडा मार्ग पर गांव गोविंदपुर फगोई के पास सुनसान में दो छात्राएं मिली थीं। दोनों ने बताया था कि अपहरण कर उन्हें बंधक बनाया था। अलीगढ़ पुलिस ने दोनों को बरामद करने के बाद भावनपुर पुलिस को सौंप दिया। देर रात ही पुलिस दोनों को लेकर भावनपुर थाने आ गई।
सीओ नवीना शुक्ला ने बताया कि थाने लाकर दोनों छात्राओं से पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि कक्षा सात से दोनों की दोस्ती है। अक्सर स्कूल से लेकर घर पर भी दोनों साथ ही रहती हैं। दोनों ने अब भी साथ रहने का निर्णय लिया।
परिजन भी समझ गए थे मामला कुछ और हैं
इसी के तहत दोनों मेरठ से बस में सवार होकर दिल्ली निकल गईं। दिनभर दिल्ली में घूमती रहीं। वहां पर एक बुजुर्ग ने दोनों को मेरठ भेजने के लिए टैक्सी बुक कर दी थी। साथ ही पांच सौ रुपये भी दिए। तब भी दोनों मेरठ के लिए नहीं निकलीं, बल्कि दिल्ली से अलीगढ़ की बस में सवार हो गईं। दिल्ली से दोनों ने एक महिला से परिजनों को कॉल कराया। कॉलर महिला ने परिजनों को बताया कि उनकी ट्यूशन शिक्षिका बोल रही है। दो घंटे अतिरिक्त पढ़ाई की वजह से लेट हो जाएंगी। कॉल के बाद परिवार के लोग समझ गए थे कि मामला कुछ और है। तभी से उन्होंने दोनों छात्राओं की तलाश शुरू कर दी थी। थाना पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने भी उनकी लोकेशन जुटाई थी। सीओ ने बताया कि पूछताछ के बाद दोनों छात्राओं को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। दोनों एक साथ ही रहना चाहती हैं।