आगरा। दिल्ली से बरात लेकर पहुंचे दूल्हे की बुलेट की मांग सुनकर दुल्हन ने ससुराल जाने से इन्कार कर दिया। दोनों पक्षों के बीच घंटों हुई बैठक में भी बात नहीं बनी। मगर, दुल्हन दहेज लोभियों के घर में जाने को तैयार नहीं हुई। लिहाजा रविवार सुबह बिना दुल्हन के बरात लौट गई। आपसी समझौते के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे का सामान लौटा दिया। बेटी की बरात लौटने पर पिता की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कुबेरपुर क्षेत्र के एक गांव में शनिवार शाम दिल्ली के करावल नगर से बरात आई थी। धूमधाम के साथ जय माल और अन्य रस्में निभाई गईं।

दिल्ली से कुबेरपुर क्षेत्र में आई थी बरात

रविवार सुबह आठ बजे फेरे की रस्म भी लगभग पूरी हो चुकी थी तभी दूल्हे ने सिंदूर भराई की रस्म के दौरान अचानक बुलेट की मांग रख दी। दूल्हे के मुंह से बुलेट की मांग सुनकर दुल्हन के स्वजन सन्न रह गए। उन्होंने समझाने की कोशिश की लेकिन दूल्हा अड़ गया। काफी समझाने के बाद मामला शांत न हुआ। यह देख दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। बेटी का घर बिगड़ता देख पिता की तबीयत बिगड़ गई। स्वजन ने उपचार कराया।

छलेसर पुलिस चौकी में आठ घंटे तक चली दोनों पक्षों में समझौता वार्ता

आपस में बात न बनते देखकर पहले वर पक्ष के लोग छलेसर पुलिस चौकी पहुंचे, फिर दुल्हन के स्वजन भी पहुंच गए। वहां दोपहर 12 बजे से दोनों पक्षों में समझौते के लिए वार्ता शुरू हुई। दुल्हन की ओर से दहेज लोभियों से शादी करने से इन्कार कर दिया गया था। इसलिए रात आठ बजे एक दूसरे का सामान वापस करने पर समझौता हो गया। इसके बाद दूल्हा और उसके स्वजन भी वापस चले गए।

लड़का पक्ष लौट गया, किसी ने नहीं दी तहरीर

इंस्पेक्टर विजय विक्रम सिंह ने बताया कि प्रकरण पुलिस चौकी पर मामला आया था। लड़का पक्ष लौट गया है। किसी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है।