आजमगढ़ । जिले के मुबारकपुर के हरैया के समीप लखनऊ–बलिया हाईवे पर रोडवेज बस की टक्कर से महिला की मौत के बाद लगे जाम में समाजवादी पार्टी प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करीब पौन घंटे तक फंसे रहे। स्थिति बिगड़ने पर दो जिलों की पुलिस मौके पर पहुंची।
मिली जानकारी के अनुसार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव मंगलवार दोपहर लखनऊ से दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह के घर घोसी जा रहे थे। इस दौरान वे आजमगढ़ के मुबारकपुर क्षेत्र के हरैया के पास जाम में फंस गए। यहां रोडवेज बस की टक्कर से महिला की मौत हो गई थी, जिसके विरोध में ग्रामीणों ने लखनऊ–बलिया हाईवे जाम कर दिया था।
घटना जहानागंज थाना क्षेत्र के बस्ती गांव की है, जहां 50 वर्षीय लालमुनी पत्नी जोगखन राम हरैया बाजार से दवा लेकर घर लौट रही थीं। दोपहर करीब एक बजे आजमगढ़ से मऊ की ओर जा रही रोडवेज बस की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मार्ग जाम कर दिया।
इसी दौरान पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की ओर से घोसी जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का काफिला भी जाम में फंस गया। सूचना पाकर मुबारकपुर तथा मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी ट्रैफिक विवेक त्रिपाठी और सीओ सदर आस्था जायसवाल भी वहां पहुंचे और भीड़ को हटाकर वाहनों को निकालने का प्रयास किया।
भीड़ हटाने के दौरान मृतका के परिजन अखिलेश यादव की गाड़ी के सामने आ गए। इसके बाद अखिलेश खुद वाहन से उतरे, परिजनों से बातचीत की और उन्हें एक लाख रुपये की नगद सहायता दी। साथ ही उन्होंने मुबारकपुर विधायक अखिलेश यादव और घोसी सांसद राजीव राय को मृतका के घर जाकर एक लाख रुपये और प्रदान करने को कहा। करीब पौन घंटे के प्रयास के बाद पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला जाम से बाहर निकल सका।
