
आजमगढ़। आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात आयुष्मान मित्रों ने शुक्रवार को डीएम से मिलकर ज्ञापन सौंपा। आयुष्मान मित्रों ने निजी कंपनी पर मानसिक रूप से प्रताड़ित और बर्खास्त किए का आरोप लगाया।
आयुष्मान मित्रों ने बताया कि वर्ष 2018 में उनकी नियुक्ति सीएचसी और पीएचसी पर किया गया था। तब से लेकर आज तक वह गांव-गांव जाकर आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आने वाले लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए और अन्य कार्य भी सुचारू रूप से करते चले आ रहे हैं।
आयुष्मान मित्रों ने बताया कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी के पत्र के क्रम में अगस्त 2023 में एक निजी कंपनी का चयन कर आयुष्मान मित्रों से कार्य कराने के लिए निर्देशित किया गया। आरोप लगाया कि निजी कंपनी द्वारा हर माह 100-150 फर्जी मरीजों को भर्ती कराने का दबाव बनाया जा रहा है।
विरोध करने पर बीते वर्ष बिना किसी कारण के ही सात आयुष्मान मित्रों को बर्खास्त कर दिया गया। अब आयुष्मान मित्रों को स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर चार घंटै अतिरिक्त काम करने का दबाव मनाया जा रहा है। आयुष्मान मित्रों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा। इस मौके पर आशीष कुमार, मिथलेश, राकेश यादव, राहुल, गौरव भारती, पूनम, रिंकू सूर्यकुमार आदि मौजूद थे।