प्रयागराज। महाकुंभ में प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक भी होगी। इसमें प्रयागराज के साथ ही महाकुंभ को लेकर भी कई प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। इसके अलावा प्रदेश स्तर के भी कुछ प्रस्तावों पर मुहर लगेगी।
शासन और मेला प्रशासन की ओर से इसको लेकर तैयारी तेज कर दी गई है। मेला प्रशासन अभी 16 जनवरी को इस बैठक की तैयारी कर रहा है।
फिलहाल कैबिनेट की बैठक ज्यादातर मंगलवार को होती है, ऐसे में 21 जनवरी को लेकर भी तैयारी है। यह बैठक प्रयागराज मेला प्राधिकरण के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के सभागार में आयोजित की जाएगी। इसको लेकर पारित होने वाले प्रस्तावों को तैयार करने के निर्देश शासन की ओर से मेला प्रशासन को दिए गए हैं। मेला प्रशासन स्थानीय स्तर पर प्रस्तावों को लेकर तैयारी में जुट गया है। इस बैठक को संपन्न कराने की जिम्मेदारी महाकुंभ के प्रभारी मंत्री व नगर विकास, उर्जा मंत्री एके शर्मा को सौंपी गई है।
इन दो तिथियों पर होगा अमृत स्नान
शीघ्र ही इसकी तारीख भी तय कर दी जाएगी। दरअसल, 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पहला अमृत स्नान किया जाएगा और फिर दूसरा अंतिम स्नान मौनी अमावस्या यानी कि 29 जनवरी को होगा। इन दोनों मुख्य स्नान पर्वों के बीच काफी अंतराल मिल रहा है, इसलिए इसी बीच कैबिनेट की बैठक कराने की तैयारी है। इसके अलावा अन्य प्रमुख वीवीआइपी मूवमेंट की भी तैयारी कराई जा रही है।
साल 2019 में भी हुई थी कैबिनेट की बैठक
आपको बता दें कि आठ जनवरी 1887 को विधानमंडल की पहली बैठक के परिप्रेक्ष्य में 2003 में उत्तरशती समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें विधानमंडल की बैठक हुई थी। कैबिनेट के सदस्यों के साथ ही विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों ने हिस्सा लिया था। तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष केशरीनाथ त्रिपाठी, तत्कालीन राज्यपाल विष्णुकांत शास्त्री और तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती भी शामिल हुई थीं। इसके बाद पिछले वर्ष 2019 में कैबिनेट बैठी थी।
132 साल पुराना दोहराया जाएगा इतिहास
उस दौरान दैनिक जागरण ने बैठक को लेकर समाचारीय अभियान भी चलाया था। कुंभ के दौरान हुई इस बैठक में प्रयागराज के लिए बड़ी परियोजना की सैद्धांतिक सहमति बनी थी। प्रयागराज से मेरठ तक के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना की सहमति पर मुहर लगी थी। उस बैठक के साथ यहां 132 साल पुराना इतिहास दोहराया गया था।