
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की सफलता पर सवाल उठाने वाली विपक्षी सरकारों पर निशाना साधा। यूपी में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई होली का उदाहरण देते हुए कहा कि बंगाल की जो सरकार अपने यहां होली में उपद्रव नहीं संभाल सकी, वह महाकुंभ जैसे महान आयोजन पर टिप्पणी करती है।
25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में सकुशल होली मनती है, वहीं बंगाल में जगह-जगह उपद्रव हो जाता है। यह वहां की सरकार की विफलता का प्रमाण है। गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे मुख्यमंत्री ने महाकुंभ की सफलता में मीडिया की सकारात्मक भूमिका को भी रेखांकित किया।
योगी ने कहा कि बंगाल सरकार और वहां की जनता के बीच तालमेल नहीं है। एक तरफ वहां की सरकार महाकुंभ को मृत्युकुंभ बता रही थी, दूसरी ओर प्रतिदिन वहां की 45 से 50 हजार जनता त्रिवेणी में स्नान कर पुण्य पा रही थी।
योगी ने इसका श्रेय मीडिया को दिया और कहा कि ऐसा सकारात्मक पत्रकारिता के चलते संभव हो सका। मीडिया के चलते महाकुंभ का प्रचार दुनिया भर में हुआ और 100 से अधिक देश के लोगों का त्रिवेणी तट पर आगमन हुआ।
कहा कि लोकतंत्र की पहली शर्त संवाद है, इसे प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने में मीडिया की महती भूमिका है। योगी ने कहा कि हम जबरन अपनी बात को किसी पर थोप नहीं सकते हैं, लेकिन संवाद से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान कर सकते हैं।संवाद से संघर्ष को रोकने का सुझाव देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम खुद को संवाद से अलग करते हैं तो एक नए संघर्ष को बढ़ावा देते हैं। संघर्ष से बचने के लिए सकारात्मक संवाद जरूरी है।योगी ने कहा कि संवाद को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ने का सबसे सशक्त माध्यम मीडिया है। इसके लिए जरूरी नहीं है कि एक लाख लोगों को इकट्ठा करके अपनी बात कही जाए, इसके लिए कुछ लोग ही पर्याप्त हैं। कुछ लोग ही करोड़ों लोगों तक आपकी आवाज को पहुंचाएंगे। इसमें मीडिया की भूमिका बढ़ जाती है। मीडिया के जरिये कोई बात आसानी से लोगों तक पहुंच जाती है।