
रिपोर्ट: अरुण यादव
आज़मगढ़।जिले के इसहाकपुर ग्राम सभा के केदारपुर स्थित राजभर बस्ती के लोग अपने अपने खेतों पर सरसों आदि की कटाई करने गये थे। तभी अचानक कुछ घरों से आग की लपटें उठने लगी। ज्यादातर लोगों के कच्चे घरों के आगे मंडी व रिहायशी मंडई, पशुओं के लिए बना मंडई में तेजी से आग फैलने लगी। कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों और फायर ब्रिगेड के जवानों ने आग पर काबू पाया।
आग लगने के बाद अफरा तफरी मच गई। बड़ी संख्या में लोग अपने अपने घरों से बाल्टी लेकर आग बुझाने में जुट गए, लेकिन आग कि लपटें इतनी तेज थी कि बुझाने में मुश्किल होने लगी। देखते देखते आग आस पास के 10 घरों में फ़ैल गई। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। ग्रामीणों का कहना था कि फायर ब्रिगेड काफी देर में पहुंची।
अगर ग्रामीण थोड़ी भी निष्क्रियता दिखाते तो पूरी बस्ती ही जल गयी होती। ग्रामीणों ने जान पर खेलकर आग को फैलने से रोका। घंटे भर बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड के जवानों ने काफी मेहनत से आग पर काबू पाया। आग किस वजह से लगी इस बारे में किसी को जानकारी नहीं।
इस आगलगी में अरविंद राजभर, सुभाष राजभर, गिरीश राजभर, इन्द्रमणि राजभर, गिरीश राजभर, सूरत राजभर, शिवदास राजभर, धर्मेन्द्र राजभर, प्रवीण राजभर, निर्मल राम आग लगी के शिकार हुए हैं। शरीर पर कपड़े के आलावा कुछ भी नहीं बचा है। इन्द्रमणि राजभर की तीन गाय भी झुलस गई।
मौके पर 1962 की टीम पहुंच कर इलाज की। कई लोगों के घरों में रखी नकदी, आभूषण, सहित गृहस्थी के सामान जल गए हैं। मौके पर बूढ़नपुर तहसील की राजस्व टीम के राजस्व निरीक्षक अमरजीत यादव,भू निरीक्षक मोहन चौहान नुकसान का आकलन करने में जुटे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि आगलगी में पीड़ितों का नकदी आभूषण व अन्य सामान लगभग 15 लाख से अधिक नुकसान का अनुमान है। गांव के प्रधान प्रतिनिधि कृष्ण मोहन चौबे के द्वारा सभी रहने खाने व अन्य सामान के व्यवस्था की गई। वही सुबह मतलूबपुर गांव के सूर्य नारायण पाण्डेय के खेत में हाईवोल्टेज तार टूट कर गिर गया। जिससे 12 बिस्वा गेहूं जल गया।