आज़मगढ़/मऊ। जिलाधिकारी के आदेश पर गैंगस्टर में कुर्क 25 कड़ी जमीन आजमगढ़ जिले की लालमती के नाम ट्रांसफर कर दी गई। आरोप है कि मधुबन के तहसीलदार धर्मेंद्र पांडेय ने नियमों की अनदेखी करके जमीन ट्रांसफर की है। मामले की शिकायत मंडलायुक्त और जिलाधिकारी प्रवीण मिश्रा से की गई है। जिलाधिकारी ने जांच शुरू करा दी है।

शिकायतकर्ता रतन गुप्ता ने जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में बताया कि वर्ष 2022 में मधुबन थाना क्षेत्र के बहरामपुर निवासी टॉप-10 बदमाशों की सूची में शामिल संतोष जायसवाल ने अपनी पत्नी ममता के नाम से जमीन खरीदी थी। तत्कालीन डीएम अरुण कुमार ने 27 फरवरी 2023 को जमीन कुर्क करा दी थी। 

साथ ही जमीन का रिसीवर तहसीलदार मधुबन को बनाया था। अब पता चला कि 3 मार्च 2025 को जमीन आजमगढ़ जिले की लालमती के नाम पर ट्रांसफर कर दी गई। मामले में मधुबन तहसील प्रशासन से कार्रवाई की मांग की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अब मंडल और जिलास्तरीय अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई गई है।

मामले में तहसीलदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग भी की है। एसपी को भी शिकायत पत्र दिया गया है। डेढ़ महीने में यह दूसरा मामला है, जब जिले के बड़े अधिकारी पर जमीन संबंधित अनियमितता का आरोप लगा है। इससे पहले छह फरवरी को सरयां गांव निवासी वरुण कुमार ने घोसी तहसील परिसर में प्रदर्शन किया था। उसका आरोप ळाा कि विवाद सुलझाने के लिए पैसे की मांग की गई है।

आरोप की जानकारी है। मामले की जांच की जा रही है। – प्रवीण मिश्रा, डीएम मऊ

जिलाधिकारी का जो आदेश धारा 14ए में था, वह जनवरी में समाप्त हो चुका है। अभी अवकाश पर हूं। इस संबंध में आने पर ही बता सकूंगा। – धर्मेंद्र पांडेय, तहसीलदार मधुबन