वाराणसी। वाराणसी में शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता और उनके पूरे परिवार की हत्या में बड़ा खुलासा हुआ है। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के अनुसार पूछताछ में राजेंद्र की 80 वर्षीय मां शारदा देवी ने खुलासा किया कि उसके पोते ने चाचा सहित पूरे परिवार का कत्ल करवाया है।
गौरतलब है कि मंगलवार की सुबह भेलपुर थानान्तर्गत भदैनी स्थित राजेंद्र गुप्ता (50 वर्ष) के आवास पर उसकी पत्नी नीतू गुप्ता (45 वर्ष), दोनों बेटों – नमनेंद्र (25 वर्ष) व शिवेंद्र (15 वर्ष) और बेटी गौरांगी (17 वर्ष) के शव पाए गए थे। शुरुआत में शक जताया गया है कि राजेंद्र ही पत्नी व बच्चों की हत्या कर फरार है। लेकिन सर्विलांस से मोबाइल की लोकेशन लेने के बाद पुलिस को राजेंद्र की लाश 10 किलोमीटर दूर रोहनिया स्थित उनके दूसरे निर्माणाधीन घर पर मिली थी।
पुलिस के अनुसार शारदा देवी ने पूछताछ में बताया – ‘दिवाली पर विक्की आया था। दिवाली (31 अक्टूबर) की रात ही वह हमारे बेटे को मार देना चाहता था। विक्की से मैंने कहा – मेरा एक ही बेटा बचा है। ऐसा मत करो।’ पुलिस इस वीडियो को बतौर सबूत अपने केस में शामिल कर रही है।
गुजरात-महाराष्ट्र के शूटरों को सुपारी देकर मर्डर कराया
पुलिस की जांच में सामने आया है कि विक्की ने भले ही दादी से हत्या करने की बात कही हो, लेकिन उसने परिवार के मर्डर के लिए पेशेवर शूटर्स की मदद ली। ये शूटर महाराष्ट्र और गुजरात से बुलाए गए। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि पांच हत्याओं का सौदा कितने में तय हुआ था।
अब तक हुई पुलिसिया काररवाई में दूसरा भतीजा जुगनू पुलिस हिरासत में है। विक्की को पुलिस ट्रेस कर रही है। पुलिस ने जब विक्की की मोबाइल CDR निकाली की तो सामने आया कि विक्की और राजेंद्र की पहली पत्नी के बेटे के बीच लंबी-लंबी बातचीत हुई है। हत्या वाली रात (सोमवार) को भी दोनों मोबाइल से संपर्क में थे। इसमें महाराष्ट्र, गुजरात के कुछ नंबरों पर बातचीत हुई है।
यह डेटा दोनों राज्यों की पुलिस से शेयर किया गया है। इसमें कुछ क्रिमिनल के नाम सामने आए हैं, जो सुपारी लेकर हत्या करते हैं। पुलिस इनकी जांच कर रही है। यही वजह है कि वाराणसी पुलिस का एक दरोगा और 3 कॉन्स्टेबल आसनसोल (पश्चिम बंगाल) रवाना हुए हैं। वहां पर पहली पत्नी का बेटा जॉब करता है। वाराणसी पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे के लिए पांच टीमें बनाई है। इनमें एक टीम केस से जुड़े सभी लोगों के बयान दर्ज कर रही है।
मां ने पुलिस से कहा – अरे, विक्की को ढूंढो
दरअसल, पुलिस ने मंगलवार रात को राजेंद्र गुप्ता की मां शारदा को थाने में बुलाया था। वह आईं, उनसे करीब 8-10 सवाल पूछे गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा – ‘विक्की ने यह सब किया है। पुलिस कॉन्स्टेबल पूछ रहा है कि क्या दिवाली की रात विक्की के साथ कोई और भी आया था। मां कह रही है कि नहीं।’
इसके बाद पुलिस अफसरों की सर्च लिस्ट में विक्की टॉप पर आ गया। बताया गया कि वह बेंगलुरु में जॉब करता है। लेकिन हत्या के बाद से ही उसका मोबाइल स्विच ऑफ है। लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है। ऐसे में पुलिस विक्की को पकड़ने के लिए दूसरे राज्यों की पुलिस की मदद ले रही है। जुगनू ने तस्वीर मुहैया करवा दी है। उन्हें दूसरे राज्य की पुलिस से शेयर किया जा रहा है।
पुलिस 2 थ्योरी पर जांच को आगे बढ़ा रही
दरअसल, वर्ष 1997 में राजेंद्र गुप्ता ने अपने भाई कृष्णा और उनकी पत्नी मंजू की हत्या की थी। कृष्णा के ही बेटे जुगनू और विक्की हैं। पुलिस का मानना है कि अपने माता-पिता की हत्या का बदला लेने के लिए अपने ताऊ समेत पूरे परिवार की हत्या भतीजों ने करवाई है।
चूंकि पहली पत्नी का बेटा आसनसोल (पश्चिम बंगाल) में रहता है। उसको राजेंद्र गुप्ता की प्रॉपर्टी से कुछ नहीं मिल पा रहा था। अब जबकि राजेंद्र और दूसरी पत्नी-बच्चे मर चुके हैं, ऐसे में पहली पत्नी और बेटे का हक बढ़ जाता है। वह विक्की के संपर्क में था।