
आजमगढ़। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व पर्यावरण दिवस पर नारी शक्ति संस्थान द्वारा नगर सहित ग्रामीणांचल तक जागरुकता की अलख जलाई गई।
इस मौके पर 151 पौधों का वितरण कर पौधों को धरा का आभूषण बताया गया। आमजन को जागरूक करते हुए संस्था संरक्षक मंजू उपाध्याय ने प्लास्टिक के थैले के प्रयोग के बजाय कागज के थैले का प्रयोग पर बल दिया, प्लास्टिक से भूमि को हो रहे क्षति के बारे मे जानकारी दी गई।
वही नारी शक्ति संस्थान की सचिव डा पूनम तिवारी ने कहा कि वृक्ष धरा के भूषण हैं और जितना अधिक पृथ्वी पर हरियाली होगी उतनी ही आगामी पीढ़ियां खुशहाल होंगी. इसीलिए हमे न सिर्फ पौधा रोपना है बल्कि बड़े होने तक पूरी देखभाल करना होगा. संस्था विगत 15 वर्षों से व्यापक पैमाने पर जागरूक और पौधारोपण कार्यक्रम संचालित करा रहीं हैं
डॉ तिवारी ने बताया कि पौधारोपण की कमी से ही आज प्रकृति हमे सूचित कर रही…. जब पर्यावरण संतुलित होगा तो सब मौसम हमारे अनुकूल रहेंगे अन्यथा जैसे तापमान आज संकट को बढ़ा रहा है उसी तरह और भी प्राकृतिक परेशानियों से जुझना पड़ेगा. नारी शक्ति संस्थान की तरफ से नगर के श्री कृष्ण गौशाला पहाड़पुर एव तिराहा पहाड़पुर सहित नरौली तिराहे पर आम,अमरूद, आंवला,नीम, नीबू आदि के पौधों का वितरण व रोपण किया गया।
अध्यक्ष सुधा तिवारी ने कहा कि हम सभी अच्छे वातावरण की बातें जरूर करते है लेकिन इसके लिए व्यापक कदम उठाने के प्रति हम उतने ही लापरवाह हैं। नारी शक्ति संस्थान ने पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण करने का जो निर्णय लिया वह सराहनीय हैं। आज ग्लोबल वार्मिंग से समूचा विश्व परेशान हैं लेकिन भारतीय संस्कृति पौधों को प्रकृति के रूप में पूजन अर्चन कर संरक्षण का काम करती है हमें फिर से अपनी संस्कृति को पर्यावरण के प्रति नई दिशा देनी की आवश्यकता है। पौधारोपण करने वालों में संरक्षक, पदाधिकारी व सदस्य आदि शामिल रही।