
रिपोर्ट: अरुण यादव
आजमगढ़ । प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ तक न पहुंच पाने वाले बंदियों को जेल के अंदर ही गंगाजल से स्नान कराया गया। शुक्रवार को आज़मगढ़ मंडलीय कारागार के 1350 बंदियों ने महाकुंभ से आए जल में स्नान कर पुण्य हासिल किया। इसके लिए जेल प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था की गई थी। स्नान के दौरान बंदी हर-हर गंगे का उद्घोष करते रहे।

देश दुनिया से लोग महाकुंभ में स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। विभिन्न कारणों से जेल में निरुद्ध बंदियों के मन में 144 वर्षों बाद दुर्लभ संयोग में आयोजित हो रहे इस भव्य आयोजन में शामिल न हो पाने की कसक बनी हुई थी। इसके मद्देनजर शासन के निर्देश पर जेल प्रशासन ने अनूठी पहल करते हुए जेल के अंदर ही बंदियों को त्रिवेणी के जल से स्नान की व्यवस्था कराई। इसके लिए जेल में कलश स्थापित कर उसे प्रयागराज से लाए गए जल से भरा गया। इस अवसर पर पूरे उत्सव और श्रद्धा के साथ कैदियों ने गंगाजल से स्नान करने के साथ-साथ आचमन भी किया।
जेल के सुपरिंटेंडेंट आदित्य कुमार और जेलर आए एन गौतम ने जेल में निरूद्ध सभी बंदियों से अपील करते हुए कहा कि सभी बंदी महाकुंभ के इस जल से स्नान करें जिससे कोई भी कैदी इस पुण्य लाभ से अछूता न रह जाए। जेल अधीक्षक का कहना है कि 144 वर्ष बाद पड़े इस दिव्य महाकुंभ का लाभ जिससे कि हमारे कैदियों को भी मिल सके।