बलिया। प्रदेश के डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने बृहस्पतिवार को इब्राहिमपट्टी स्थित जननायक चंद्रशेखर हॉस्पिटल एवं कैंसर इंस्टीट्यूट में आधुनिक डायलिसिस यूनिट और स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन किया। डिप्टी सीएम ने केंद्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। लोकसभा में नेता विरोधी दल राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। अपने प्रोटोकाल से कुछ पहले पहुंचे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को याद किया। कहा कि चंद्रशेखर के बिना देश की राजनीति पूरी नहीं हो सकती है। जब जब कांग्रेस ने देश में उथल पुथल मचाया, तब तब चंद्रशेखर जैसे नेता ने आगे आकर देश के लोकतंत्र को बचाने का काम किया। कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगाकर बड़े-बड़े नेताओं को जेल में ठूस दिया, मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया।

तब जय प्रकाश नारायण और चंद्रशेखर सहित लोकतंत्र में विश्वास करने वाले नेताओं ने कांग्रेस का विरोध किया। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पता ही नहीं वो क्या करना चाहते हैं। वे कभी संभल जाना चाहते हैं, कभी अलीगढ़ तो कभी हाथरस। हाथरस की घटना में सीबीआई जांच होकर मामला न्यायालय में विचाराधीन है। राहुल गांधी पूरी तरह से निराशा और मनोविकार के शिकार हैं। उनकी गाड़ी पटरी से उतर चुकी है। वे उत्तर प्रदेश को अराजकता और दंगों की आग में धकेलना चाहते हैं। लोगों को भड़काना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश के लोग इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि राहुल गांधी को विपासना में चले जाना चाहिए। विचार और मनन करना चाहिए कि क्या करना है और क्या नहीं।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश लगातार प्रगति कर रहा है। जननायक चंद्रशेखर हॉस्पिटल एवं कैंसर इंस्टीट्यूट इब्राहिमपट्टी में डायलिसिस यूनिट शुरू होने से गंभीर रोगों के मरीजों को बड़े शहरों में उपचार के लिए नहीं जाना पड़ेगा। इस मौके पर पूर्व मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया, डा. सुषमा शेखर, सहजानन्द राय, भाजपा नेता छट्ठू राम ने भी संबोधित किया। हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. संजय सिंह ने अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। संचालन डॉ. सुजीत सिंह ने किया।

पीएचसी को सीएचसी बनाने की मांग
पूर्व मंत्री छट्ठू राम ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को पत्रक दिया। मांग की कि जनपद के अंतिम छोर पर स्थित सैकड़ों गावों के लोगों को अपने समुचित इलाज के लिए करीब 25 किलोमीटर दूरी तय कर नगरा या सीयर के स्वास्थ्य केंद्रों पर जाना पड़ता है। क्षेत्र में कोई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र न होने के चलते गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के प्राइवेट हॉस्पिटल में जाना पड़ता है। न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किरिहरापुर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाना जनहित में जरूरी है।