दिल्ली। प्रदेश की सियासत में प्रमुख क्षत्रिय चेहरे कहे जाने वाले रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया रविवार को बंगलुरू में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले। दोनों नेताओं ने बंद कमरे में करीब एक घंटा तक यूपी के सियासी मुद्दों और आगे की रणनीति पर चर्चा की। अमित शाह की राजा भैया से मुलाकात को यूपी में क्षत्रियों की नाराजगी दूर करने के प्रयास से जोड़कर देखा जा रहा है। इस मुलाकात के बाद प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।
शाह से मुलाकात की पुष्टि करते हुए राजा भैया ने कहा कि गृहमंत्री से प्रदेश की सियासी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई है। गृहमंत्री ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है, तो मैं भी उनका सम्मान करता हूं। राजा ने कहा कि वैसे मैं तो पिछले कई वर्ष से बिना शर्त मित्रता का धर्म निभा रहा हूं।
यह भी है मुलाकात की वजह
दरअसल राज्यसभा चुनाव में राजा भैया ने भाजपा उम्मीदवार संजय सेठ के पक्ष में मतदान किया था। तभी से कहा जा रहा था कि लोकसभा चुनाव में प्रतापगढ़ और कौशांबी सीट पर राजा भैया की पार्टी लोकतांत्रिक जनसत्ता दल के समझौता होगा, लेकिन भाजपा ने दोनों सीटों पर अपने मौजूदा सांसदों को ही उतार दिया। सूत्रों का कहना था राजा भैया कौशांबी सीट चाहते थे, लेकिन वहां से विनोद सोनकर को उतारा है। इसे लेकर राजा भैया नाराज चल रहे थे।
पहले दो मई को होनी थी मुलाकात
सूत्रों का कहना है कि यूपी की एक-एक सीट जीतने में जुटी भाजपा के ही एक नेता अमित शाह से राजा भैया की मुलाकात के सूत्रधार बने। पहले दो मई को लखनऊ प्रवास के दौरान ही राजा भैया की अमित शाह से मुलाकात होनी थी, लेकिन राजा के अचानक प्रदेश से बाहर जाने की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई थी।