
पटना। राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने कहा कि अश्लीलता किसी भी रूप में क्षम्य नहीं है। इसके विरोध में सबको मिलकर आगे आना होगा। खासकर महिलाओं को गलत बातों का प्रतिकार करना चाहिए। तिलक जैसे कार्यक्रम में अश्लील गाने पर नाच हो रहा है, ऐसा इसलिए होता है कि उस क्षेत्र के लोग सुनना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाएं अगर घर से बाहर निकलकर ऐसे गाने बजाने पर रोक लगाने की बात करें, तो सब बंद हो जाएंगे। जब घर के बूढ़े नाच देखेंगे तो उनके बच्चे दुष्कर्मी बनेंगे ही। यह बातें डीजीपी विनय कुमार ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में महिला सशक्तिकरण, सुरक्षा एवं सम्मान विषय पर आयोजित ‘उड़ान’ कार्यक्रम में कहीं।
संस्कार दिए जाने पर जोर देते हुए कहा कि आज बच्चों के हाथ में मोबाइल आ गया है, यह अभिभावकों का काम है कि इनपर नजर रखें। हाल के दिनों में मेरे पास कई महिलाओं के ऐसे काल आए हैं कि मुझे डांस या किसी कार्यक्रम के लिए बुलाया गया है, पर यहां असहज हूं, इसलिए मुझे यहां से निकाला जाए।डीजीपी ने कहा कि पुलिस के साथ मारपीट व हमले जैसी घटनाएं बढ़ी हैं, पर इसका मतलब यह नहीं कि पुलिस काम करने से डर जाए, हमें ऐसी घटनाओं को कम करने की दिशा में कदम बढ़ाना होगा।
“डीजीपी ने कहा, राज्य में महिला शिक्षा से लेकर सशक्तीकरण तक कई काम हुए। बिहार पुलिस में 27 हजार महिला पुलिसकर्मी काम कर रही हैं। सभी जिलों में महिला थाना है। अधिसंख्य थानों में महिला हेल्पडेस्क काम कर रही है। पंचायती राज में 50 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षण है, जो बिहार के लिए वाकई बड़ी बात है। डायल 112 व अन्य हेल्पलाइन नंबर पर भी बेहतर रिस्पांस मिल रहा है। पिछले साल करीब 550 करोड़ रुपये सिर्फ महिला थाना को संबल बनाने पर खर्च किए गए हैं।”
न अश्लील गाने देखेंगे, न देखने देंगे : नीतू चंद्रा
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि अभिनेत्री नीतू चंद्रा ने कहा कि अश्लील भोजपुरी गाने हमारे समाज को बदनाम कर रहे हैं। बिहार में बहुत कुछ है, जिसे सुना-सुनाया जा सकता है। अश्लील गानों के खिलाफ आप सबको आवाज उठानी होगी। हम ऐसे गाने न देखेंगे न देखने देंगे, न सुनेंगे न सुनने देंगे। जबतक आप हम ऐसे गानों और कंटेंट के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे, तब तक ऐसे गाने बनते रहेंगे।नीतू चंद्रा ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों को अपनी उपलब्धि की जानकारी रील बनाकर पूरी दुनिया को देनी चाहिए। इस मौके पर सीआईडी, कमजोर वर्ग के एडीजी अमित कुमार जैन ने समाज में लिंग आधारित समानता पर बल दिया।