आजमगढ़। जिले में हाईकोर्ट के एक जज का पीएस बन एक व्यक्ति ने एसपी के सीयूजी नंबर पर एस्कार्ट के लिए फोन किया। एस्कार्ट तैयार होकर उक्त व्यक्ति के द्वारा से बताए गए स्थान पर पहुंच भी गई।
लेकिन जब फिर पीएस के नंबर पर फोन किया गया तो पता चला कि जिले में ऐसे कोई जज का प्रोटोकॉल ही नहीं आया है। फर्जी रूप से एस्कार्ट लेने के प्रयास की जानकारी होने पर एसपी के पीआरओ ने सिधारी थाने पर फर्जी पीएस के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है।
सिधारी थाने पर दी तहरीर में एसपी के पीआरओ राजीव कुमार सिंह ने बताया कि 27 फरवरी को न्यायाधीश सौरभ लोवानिया का पीएस बन कर एक व्यक्ति ने एसपी के सीयूजी नंबर पर कॉल किया। उसने अपना नाम विनय शर्मा बताते हुए कहा कि जज साहब के पुत्र शहर के हाफिजपुर में आयोजित एक वैवाहिक समारोह में जाने वाले हैं। इसके लिए एस्कार्ट लगवा दिजिए।
इस पर एसपी पीआरओ ने एस्कार्ट की व्यवस्था करा कर भेजा। बाद में पता चला कि ऐसा कोई प्रोटोकॉल जिले में नहीं था। जज या जज के परिवार का कोई भी नहीं आ रहा था। इसके बाद जब फोन करने वाले विनय शर्मा को कॉल किया गया तो वह कॉल ही नहीं उठाया। फिर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू किया तो पता चला कि कॉल करने वाला व्यक्ति न्यायाधीश का पीएस नहीं बल्कि कोई फर्जी व्यक्ति है। जिस पर सिधारी थाने में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया। इस बाबत पूछे जाने पर एसएचओ सिधारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि नामजद किए गए व्यक्ति विनय शर्मा ने फर्जीवाड़ा कर एस्कार्ट की सेवा लिया। जिसके चलते पीआरओ एसपी के तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।