आजमगढ़। लोकसभा चुनाव में 91 हजार ऐसे लोग पुलिस की रडार पर हैं जो चुनाव में अशांति फैला सकते हैं। पुलिस ने इनमें से 35 हजार लोगों को शांतिभंग में पाबंद भी कर दिया है। यह लोग अब जमानत करा रहे हैं, अगर चुनाव में संबंधित व्यक्ति के गांव में माहौल बिगड़ा या फिर मतदान प्रभावित हुआ तो वह जवाबदेह होंगे और जेल की हवा भी खा सकते हैं। पुलिस ने व्यवधान मुक्त चुनाव कराने के लिए यह नीति अपनाई है। सभी थानों की पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्र के हर गांवों में ऐसे लोगों को चिह्नित करके पाबंद किया है जो वोटरों को प्रभावित कर सकते हैं। किसी दल के समर्थन में वोट डालने के लिए दबाव बना सकते हैं। हर गांव में ऐसे 10-20 लोगों को पुलिस ने शांतिभंग में पाबंद किया है। वह तय राशि पर जमानत करवा रहे हैं। जिले में दो-चार हजार नहीं, बल्कि 91 हजार ऐसे लोगों को पुलिस ने चिह्नित किया है। इसमें से 35 हजार लोगों को पुलिस ने पाबंद भी किया है। इनका पूरा पता और मोबाइल नंबर पुलिस के पास है। मतदान या फिर उससे पहले कोई बवाल होता है तो सबसे पहले यहीं लोग बुलाए जाएंगे। इसके साथ ही पुलिस ने जिले के 17542 शस्त्र धारकों में से 8639 के शस्त्रों को जमा भी कराया है। पुलिस की ओर से जितने लोगों को पाबंद किया गया है। वह जमानत तो करवा ले रहे हैं, लेकिन जमानत के बाद भी अगर बवाल होता है तो जेल की हवा खाने के साथ ही जुर्माना राशि भरना होगा। विधि के जानकारों के मुताबिक जुर्माना राशि 50 हजार से लेकर दो लाख रुपये तक है।