आज़मगढ़। भारतीय जनता पार्टी के सांसद और प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सांसद दिनेश लाल द्वारा बेरोजगारों को लेकर यह कहा जा रहा है कि जब आप बेरोजगार हैं तो फिर बच्चे क्यों पैदा कर रहे हैं। सीएम योगी और पीएम मोदी द्वारा इस बात को ध्यान में रखते हुए बच्चे पैदा नहीं किया गया। निरहुआ ने बताया कि रोजगार की संख्या सीमित है और जब बच्चे अधिक पैदा होंगे तो वे बेरोजगार ही होंगे।
हालांकि बीजेपी सांसद निरहुआ ने इस वीडियो को फेक बताया है, मीडिया के सामने तो उन्होंने कोई बयान नहीं दिया।
लेकिन सोशल साइट एक्स पर कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास को जवाब देते हुए लिखा कि फेक वीडियो प्रमोट करने का ट्रेंड हो गया है, कोई भी देखकर समझ जाएगा कि ओंठ कुछ और बोल रहा है। एआई से साउंड क्लोन करके क्या साबित करना चाहते हैं। इलेक्शन कमीशन कृपया इसका संज्ञान ले। बीजेपी सांसद का वीडियो वायरल होने के बाद से देश और प्रदेश की राजनीतिक गरमा गई है। सपा और कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने जहां बीजेपी सांसद के इस बयान की निंदा की तो वहीं अमित मालवीय सहित अन्य भाजपा नेता सांसद के बचाव में उतर आए।
वहीं निरहुआ के वायरल हो रहे इस वीडियो का हवाला देते हुए समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अशोक यादव ने कहा कि सांसद निरहुआ द्वारा यह बयान देना कि सीएम योगी और पीएम मोदी जी ने बच्चे पैदा नहीं किये हैं बच्चे पैदा करने से बेरोजगारी बढ़ती है। इस तरह अपमानजनक और बेतुका बयान उनको कम से कम एक सन्यासी मुख्यमंत्री के प्रति नहीं देना चाहिए। वहीं भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्विटर पर बयान दिया है कि यह एक डीपफेक वीडियो है इस बात पर सपा प्रवक्ता ने अमित मालवीय पर यह सवाल किया कि अगर यह डीपफेक वीडियो है तो उन्होंने इसका फोरेसिंक लैब में जांच कराकर रिपोर्ट भी नत्थी किया है या फिर भाजपा के झूठ बोलने वाले नेताओं की तरह झूठ बोल दिया है। निरहुआ द्वारा दिया गया यह बयान देश के बेरोजगारों, नौजवानों और इस देश की जनता के लिए बहुत ही अपमानजनक है। सांसद निरहुआ के इस बयान पर भारतीय पार्टी और चुनाव आयोग द्वारा अनुशासनात्मक कार्यवाही करनी चाहिए।